बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नांदघाट, 2 जुलाई। नवागढ़ के चार कांग्रेस नेताओं के निष्कासन को लेकर उठा विवाद थमता नहीं दिख रहा है। बताया गया कि निष्कासित नेताओं ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से मिलकर अपना पक्ष रखा है। पुनिया ने प्रभारी महामंत्री से एक हफ्ते के भीतर प्रकरण को सुलझाने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि पखवाड़ाभर पहले बेमेतरा में नव संकल्प शिविर में उत्पात मचाने के आरोप में नवागढ़ विधानसभा के चार प्रमुख पदाधिकारी विधायक प्रतिनिधि देवेंद्र साहू, नगर पंचायत नवागढ़ के एल्डरमैन अमित जैन, जिला कांग्रेस कमेटी सचिव आरिफ बाठिया और अरमान साहू को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
निष्कासित नेताओं ने खुद को पाक-साफ बताया था, और जिला अध्यक्ष बंशी पटेल पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। निष्कासित नेताओं ने बताया कि घटना को लेकर नवागढ़ के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष अपनी बाते रखी थी। मुख्यमंत्री ने गिरीश देवांगन को सारा मामला जल्द ही सुलझाने के लिए कहा, तत्पश्चात थोड़े देर बाद ही मुख्यमंत्री निवास में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे और पूर्व प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला के साथ भी करीब 1 घंटे तक बातचीत चलती रही।
कृषि मंत्री चौबे ने उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को निश्चिंत रहने का आश्वासन देते हुए किसी भी प्रकार की कार्रवाई न होने का भरोसा दिलाया था, लेकिन जिला अध्यक्ष द्वारा एक तरफा कार्रवाई कर दी गई। इसके बाद 1 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी पीएल पुनिया के आने की जानकारी होने के बाद निष्कासित नेताओं के साथ नवागढ़ के अन्य नेताओं ने उनसे मुलाकात की। जिस पर प्रदेश प्रभारी पुनिया ने तत्काल प्रदेश महामंत्री अमरजीत चावला से मामले की जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द मामले को सुलझाने का निर्देश दिए हैं। इस दौरान बेमेतरा जनपद अध्यक्ष रेवती साहू, नवागढ़ जनपद अध्यक्ष अंजली मारकंडे, जनपद उपाध्यक्ष रितेश शर्मा, नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष तिलक घोष, मारो नपं अध्यक्ष परमेश्वर मिरी, जनपद सदस्य लाखन सिंह, कुनंदन, लाला भारती, भोप कुर्रे, विधायक प्रतिनिधि मोंटू तिवारी, नपं उपाध्यक्ष आशाराम ध्रुव, आराधना सिंह ठाकुर, पार्षद नैना कुर्रे, विजय यादव, लाला कटारे, मनीष साहू, हीरा भारती, गुड्डू खान, रोली वैष्णव आदि भी थे।