महासमुन्द
सिरपुर ईको टूरिज़्म कोडार को मिल रही और ज्यादा पहचान, सैलानियों का रुझान बढ़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 सितम्बर। आज 27 सितंबर को 42 वें विश्व पर्यटन दिवस पर सिरपुर में पुनर्विचार गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित हुई।
मालूम हो कि सिरपुर को राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने और विश्व में पहचान दिलाने शासन कटिबद्ध है। सिरपुर लगभग 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे टूरिज्म सर्किट से जोडऩे की तैयारी की जा रही है। पर्यटन सर्किट से जुड़ जाने से इस ओर सैलानियों का और ज़्यादा रूझान बढ़ेगा। सिरपुर में सांस्कृतिक व वास्तुकौशल की कला का अनुपम संग्रह हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल माह अप्रैल में सिरपुर बौद्ध महोत्सव में शामिल हुए थे। उन्होंने सिरपुर के विकास के लिए 213.43 लाख के कार्यों की घोषणा की। इनमें 25 लाख रुपए से भव्य स्वागत गेट का निर्माण, 73.15 लाख रुपए से सिरपुर मार्ग पर 4 तालाबों का सौंदर्यीकरण, 45.28 लाख रुपए से सिरपुर मार्ग पर 05 सुन्दर सुगंधित कोशल्या उपवन निर्माण, कोडार.पर्यटन टैटिंग व बोटिंग 31.76 लाख रुपए, कोडार जलाशय तट पर वृक्षारोपण 17.38 लाख रुपए से और सिरपुर के रायकेरा तालाब के लिए 30.86 लाख रुपए की लागत से बनाए गया है। मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप अधिकांश काम पूरे हो गए। सैलानियों के लिए रायकेरा तालाब में बोटिंग पिछले साल महात्मागांधी की जयंती से शुरू हो गई है।