राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 दिसंबर। निकाय क्षेत्र में वर्षों से किराये के मकान में निवास करने वाले किरायेदारों को लागत मूल्य पर आवास उपलब्ध कराने छत्तीसगढ़ शासन की एक संवेदनशील पहल मोर मकान मोर आस योजना प्रारंभ की गयी है। योजना का किरायेदारों को लाभ देने नगर निगम द्वारा वार्डों में नुक्कड नाटक के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि मध्यम वर्गीय एवं गरीब परिवार जो वर्षो से किराये के मकान में निवास कर रहे है, जिनके लिए खुद का घर एक सपना के बराबर है, उनके सपना को सकार करने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मोर मकान मोर आस योजना प्रारंभ की गयी है। योजना के तहत निकाय क्षेत्र में वर्षों से किरायेदार के रूप में निवासरत परिवारों को खुद का आवास उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त योजना का नगर निगम द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से वार्डों के श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, ताकि किरायेदार योजना का लाभ लेकर स्वयं के आवास का सपना साकार कर सके।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि नुक्कड नाटक के छह कलाकारों द्वारा निकाय के श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों नंदई, लखोली, बसंतपुर, स्टेशन पारा, मोतीपुर, गौरीनगर में जाकर मार्मिक एवं संदेशपूर्ण मंचन कर छोटे-छोटे दृश्य के माध्यम से चौक-चौराहों पर किरायेदार के साथ समय-समय पर किस प्रकार की परेशानी आती है। जिससे एक मध्यमवर्गीय मेहनतकस परिवार किस प्रकार जुझता है, इसे नाटक के माध्यम से दर्शाया गया है।
उन्होंने बताया कि नाटक के कलाकर नुक्कड के माध्यम से योजना का लाभ लेने के लिये जानकारी भी दे रहे है कि ऐसे परिवार जो 31 अगस्त 2015 के पूर्व से निकाय क्षेत्र में निवासरत हो, जिनकी सम्पूर्ण स्त्रोंतो से पूरे परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपए से कम हो, सम्पूर्ण भारत में उस परिवार के किसी भी सदस्य के नाम से कोई मकान या आवासीय भूमि न हो तथा व परिवार छत्तीसगढ़ का मूल निवासी हो।