महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 25 जनवरी। नगर पालिका में कांग्रेस का कब्जा है वहां बीजेपी ने सेंधमारी कर दी है। नगरपालिका बागबाहरा में भाजपा के विवेकानंद सिंह ठाकुर की रणनीति के चलते पालिका में उपाध्यक्ष पद पर भाजपा के दीपक यादव को निर्वाचित कराने में सफलता हासिल किया।
यहां बताना लाजिमी है कि कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय पार्षद मिलकर उपाध्यक्ष दीपक यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना था, लेकिन कोरम के अभाव में आविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया।
नगरपालिका में कुल 15 पार्षद है। पार्षदों की दलीय स्थिति- 6- वार्ड में भाजपा के पार्षद है वहीं कांग्रेस के 4 पार्षद है और निर्दलीय पार्षदों के संख्या 5 है अपनी जीत दर्ज किए है।
अविश्वास प्रस्ताव में 3 पार्षद भाजपा के तथा 4 पार्षद निर्दलीय मौजूद थे। वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष सहित सभी चार पार्षद कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं को चकमा देकर फरार हो गये। कांग्रेस ने रायपुर से पर्यवेक्षक के रुप मे कन्हैया अग्रवाल केसव चंद्राकर को बागबाहरा भेजा गया उनके साथ स्थानीय ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एल्डरमेन कांग्रेस जन उपस्थित थे। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के तमाम जवाबदार नेता सांसद मंडल पदाधिकारी अपने उपाध्यक्ष की कुर्सी बचाने सामने नहीं आये, सभी अज्ञातवास में थे।
भाजपा के विवेकानंद सिंह ठाकुर अपने दल बल के साथ उपस्थित रहकर उपाध्यक्ष दीपक यादव के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को ध्वस्त कराने में कामयाब रहे।
यहांं कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल ने कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
यहां यह बताना लाजिमी है छत्तीसगढ़ प्रदेश को लेकर भाजपा के शीर्ष एवं प्रदेश नेतृत्व चुनाव के लिए सभी को आपसी मतभेद भुलाकर कमर कसने की हिदायत दिया गया है वहीं खल्लारी में भाजपा आधा दर्जन गुट में बंटा हुआ है खल्लारी में भाजपा की स्थिति काफी कमजोर नजर आती है।
वहीं कांग्रेस पार्टी को भी आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है।
भाजपा उपाध्यक्ष को हटाने के लिए जब अविश्वास प्रस्ताव लाया गया इसमें निर्दलीय पार्षद चार भाजपा के तीन पार्षद आविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में डटे रहे ऐसे में कांग्रेस के चार पार्षद अध्यक्ष का अचानक गायब हो जाना समझ से परे है। आखिर कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा के उपाध्यक्ष को हटाने के बजाय बचाने के लिए कैसे मदद की यह चर्चा का विषय है।
जैसे पालिका में आविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त होने के बाद दीपक यादव उपाध्यक्ष तथा समर्थक पार्षदों एंव भाजपा के उपस्थित नेताओं ने नगर पालिका के बाहर जश्न शुरू हो गया आतिशबाजी और नारे बाजी के साथ पुन: विजयी जैसा जश्न मनाने लगे।