राजनांदगांव
![जनचौपाल में लगी जमीन में कब्जा दिलाने, उपचार के लिए आर्थिक सहायता की गुहार जनचौपाल में लगी जमीन में कब्जा दिलाने, उपचार के लिए आर्थिक सहायता की गुहार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1681899477jn__9.jpeg)
कलेक्टर ने सुनी नागरिकों की समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जनचौपाल कार्यक्रम में जिले के विभिन्न अंचलों से आए नागरिकों ने कलेक्टर डोमन सिंह के समक्ष अपनी समस्याओं से संबंधित बातें रखी। कलेक्टर ने नागरिकों से सहानुभूतिपूर्वक चर्चा कर उनकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण के लिए आश्वस्त किया। जन-चौपाल कार्यक्रम में 42 आवेदन प्राप्त हुए। सभी आवेदनों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण करने निर्देशित किया गया है।
जनचौपाल में मंगलवार को मोतीपुर के वार्ड क्र. 3 में बन रहे नाली सह पुलिया के गुणवत्ताविहीन निर्माण की शिकायत मोहल्लेवासियों ने की है। पार्रीकला निवासी तीरथबाई साहू ने अपने बेटे की बीमारी के उपचार के लिए आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत करने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है। ग्राम रानीतराई के शिवराम ने अपने मालिकाना हक की जमीन पर कब्जा दिलाने संबंधी आवेदन दिया है। उन्होंने बतायाकि उन्हें नजूल जमीन पट्टा अंतर्गत भूमि आबंटित किया गया है। आबंटित भूमि को अन्य व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिसे उन्होंने अपने हक में दिलाने की मांग की है। ग्राम ठाकुरटोला के मोहल्लेवासियों ने अपने निवासरत जमीन का आबादी पट्टा दिलाने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है।
ग्राम विनायकपुर के पुष्पेंद्र वर्मा ने अपने पिता की मृत्यु हो जाने पर अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है। उन्होंने आवेदन प्रेषित करते हुए बताया है कि उनके पिता पंचायत विभाग में पदस्थ थे। स्टेशन पारा वार्ड क्र. 12 राजनांदगांव के संजय मंडावी ने अपनी बीमारी के उपचार हेतु आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत करने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है।
ग्राम बरबसपुर निवासी नेमीन वर्मा ने श्रमिक कार्ड बनाने, ममता नगर की हेमा देशमुख ने अपने बच्चे का निजी विद्यालय में दाखिला कराने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है। ग्राम हरदीटेका के रवि लाल सहित अन्य नागरिकों ने अपने अधिकृत भूमि का मुआवजा राशि स्वीकृत करने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है। एलबी नगर डोंगरगढ़ की दुर्गाबाई ने अपनी जमीन का सीमांकन करने संबंधी आवेदन प्रेषित किया है। कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवेदनों का परीक्षण कर समुचित कार्रवाई करने निर्देशित किया है।