राजनांदगांव
![सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 की बढ़ी रफ्तार सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 की बढ़ी रफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1681899818jn__7.jpg)
अब तक लगभग 80 प्रतिशत सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। जिले में छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 की रफ्तार बढ़ी है। चुनौतियों का सामना करते समस्याओं का समाधान खोजते जिले में छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण की टीम आगे बढ़ रही है। अब तक लगभग 80 प्रतिशत सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। कलेक्टर डोमन सिंह के नेतृत्व में नई ऊर्जा एवं उत्साह के साथ सर्वेक्षण के कार्य में सभी अधिकारी-कर्मचारी, प्रगणक, सुपरवाईजर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं।
कलेक्टर ने कहा कि शासन की योजनाओं के कारगर क्रियान्वयन के लिए यह सर्वेक्षण किया जा रहा है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का जनसामान्य के जीवन स्तर पर पड़े प्रभाव का आकलन कर, प्राप्त डाटा का भविष्य में योजनाओं के बेहतर कियान्वयन तथा नई योजनाओं के निर्माण हेतु उपयोग किया जाना है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में कोई भी घर नहीं छूटना चाहिए। घर-घर जाकर महत्वपूर्ण सूचनाओं व जानकारी का संकलन तथा संग्रहण महत्वपूर्ण कार्य है।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि सर्वेक्षण टीम का हरसंभव सहयोग करें तथा इस महत्वपूर्ण कार्य में अपना योगदान दें। उन्होंने सभी प्रगणक एवं सुपरवाईजर से ऊर्जा एवं उत्साह से इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए कहा है।
ज्ञात हो कि कलेक्टर डोमन सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार लगातार छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 कार्य का जायजा ले रहे हैं, और प्रगणक एवं सुपरवाईजर को प्रोत्साहित कर रहे हैं तथा फील्ड में आने वाली समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में टीम घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रही है। अब तक लगभग 1 लाख 34 हजार 641 पंजीकरण किए जा चुके हंै। सर्वेक्षण का यह अभियान 25 अप्रैल 2023 तक समापन की दिशा में अग्रसर है। हालांकि राज्य शासन की ओर से छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण 2023 कार्य को पूर्ण करने के लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया गया है। जिले के कुल 407 ग्राम पंचायतों में सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण किया जा रहा है। जिसमें कुल ग्रामों की संख्या 666 हैं। वहीं मकानों की संख्या 1 लाख 69 हजार 874 है। इस कार्य में 553 गणना दल लगे हुए है। वहीं लगभग 1106 प्रगणक तथा 77 पर्यवेक्षक द्वारा सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। रिजर्व दल का गठन भी किया गया है। मकान नंबरिंग से लेकर सर्वेक्षण प्रपत्र ऑनलाईन करना, ऑनलाईन एण्ट्री कर, परिवार की फोटो खिंचकर ऑनलाईन अपलोड किया जा रहा है।