राजनांदगांव
शैक्षणिक भ्रमण और वार्षिकोत्सव को टालने का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 फरवरी। एनएसयूआई ने पंडित किशोरीलाल शुक्ला उद्यानिकी महाविद्यालय में हो रही छात्रों को निरंतर परेशानियों को लेकर मंगलवार को राजनांदगांव एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अमर झा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महाविद्यालय का घेराव किया।
जिलाध्यक्ष श्री झा ने महाविद्यालय के छात्रों की मांगों को लेकर कहा कि पिछले चार वर्ष से महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम नहीं हुआ है, न ही छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण में ले जाया जा रहा है। युनिवर्सिटी के नियम अनुसार फरवरी माह के 10 तारीख तक महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव का आयोजन होना चाहिए, किन्तु महाविद्यालय प्रशासन इस प्रोग्राम को टाल रही थी। जिससे छात्रों में अत्यधिक आक्रोश था। जिलाध्यक्ष ने महाविद्यालय के डीन को तत्काल वार्षिक उत्सव कराने को कहा अन्यथा एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी। जिसकी जवाबदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी।
एनएसयूआई प्रदेश सचिव आदित्य वैष्णव और महाविद्यालय के छात्र एनएसयूआई जिला सचिव जयंत पटेल ने कहा कि बार-बार छात्रों द्वारा एनएसयूआई के बैनर तले ज्ञापन देकर वार्षिक उत्सव कार्यक्रम कराने और शैक्षणिक भ्रमण में ले जाने की बात कही, परंतु महाविद्यालय प्रशासन इन मांगों को गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही थी। जिससे एनएसयूआई ने आज महाविद्यालय में प्रदर्शन कर तत्काल इन मांगों को पूरा करने की बात कही।
एनएसयूआई प्रदेश सचिव नेहा वैष्णव और महाविद्यालय की छात्रा चित्रलेखा यादव ने कहा कि महाविद्यालय के गल्र्स हॉस्टल में महीनों तक साफ -सफाई नहीं होती हैं और छात्रों को प्रेक्टिकल भी नहीं कराया जा रहा है। विभिन्न मांगों को तत्काल प्रभाव से करने छात्रों ने महाविद्यालय के डीन को कहा कि अन्यथा एनएसयूआई उग्र प्रदर्शन करेगी। जिसकी जवाबदारी महाविद्यालय प्रशासन की होगी।
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अमर झा, एनएसयूआई प्रदेश सचिव नेहा वैष्णव, प्रदेश सचिव आदित्य वैष्णव, विधानसभा अध्यक्ष उज्जवल निर्मलकर, जिला उपाध्यक्ष मोहित कोचरे, आईटी सेल अध्यक्ष हर्ष साहू, ब्लॉक अध्यक्ष साहिल वर्मा, जिला सचिव जयंत पटेल, महाविद्यालय अध्यक्ष हेमंत साहू, देवेंद्र चंद्राकर, फलेश वर्मा, चित्रलेखा यादव, हिमांश निर्मलकर, भीषम साहू, लेखराज साहू, युवराज पटेल, हुलेंद्र राजपूत, विकास उइके, अनीश केशरवानी, प्रिंस, और सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई के पदाधिकारी और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।