महासमुन्द
![प्रेम विवाह : गांववालों ने जुर्माना लगाया, हुक्का-पानी भी बंद प्रेम विवाह : गांववालों ने जुर्माना लगाया, हुक्का-पानी भी बंद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1708867017G_LOGO-001.jpg)
पुलिस में शिकायत, कार्रवाई नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 25 फरवरी। महासमुंद जिले के बागबाहरा तहसील अंतर्गत धौराभांठा गांव में एक परिवार का हुक्कापानी गांववालों ने बंद कर रखा है। इस परिवार का कसूर यह था कि बेटे ने अंंतरजातीय विवाह कर लिया है।
दिलचस्प तो यह है कि इस विवाह में दोनों पक्षों को कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन समाज वालों ने इस परिवार पर भारी-भरकम जुर्माना ठोक दिया है। जुर्माना नहीं पटा पाने की स्थिति में परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया गया है। हालात यह है कि इस परिवार के साथ कोई बात भी नहीं करता। अगर इनसे बात करते कोई पकड़े गए तो उस इंसान के लिए भी अलग से जुर्माने का प्रावधान रखा गया है।
जानकारी अनुसार धौराभांठा निवासी वेदराम यादव पिता बिसाहूराम और प्रभा पिता प्रेमसिंग का विवाह 3 फरवरी 2024 को रायपुर राजधानी के आर्य समाज में रीति-रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुआ। इसके बाद 6 फरवरी को कोमाखान थाना पहुंचकर विवाह करने संबंधी जानकारी देने के साथ प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया। पुलिस ने दोनों पक्ष को समझा-बुझाकर आपसी समझौता भी करवाया। विवाह के बाद दोनों प्रेमी जोड़े का माता-पिता ने आरती उतार घर में प्रवेश दिला दिया। यही बात गांव के कुछ लोगों को पच नहीं पाया।
बीते बुधवार 21 फरवरी को गांववालों ने पंचायत बुलाई। जहां पर जुर्माने के तौर पर गांव में 50 हजार रुपए जमा करने को कहा। लेकिन परिवार ने 50 हजार देने में अक्षमता जाहिर की। इस पर गांव वालों ने इन्हें गांव छोडऩे का फरमान जारी कर दिया। स्थिति यह है कि इनके घर गांव का कोई भी नहीं जाता। गांव का कोई भी दुकानदार इन्हें राशन समान नहीं देता। कोई भी इनसे बोलचाल नहीं रखता। गांव के बीच गली में मौजूद परिवार वालों को सजा की तरह दिन गुजारना पड़ रहा है।
उक्त पीडि़त परिवार ने बताया कि गांव में हुक्का पानी बंद होते ही कोमाखान पुलिस में इसकी जानकारी देने गए थे। पुलिस ने आवेदन नहीं ली। पुलिस का कहना है कि गांव में हुक्का-पानी बंद कर दिए हैं, इसका सबूत क्या है। परिवार ने बताया कि गांव के कुछ दबंगों के सामने सब चुप हैं। ऐसे में गांव से छोडऩे का सबूत देना हमारे लिए मुश्किल है। पीडि़त परिवार ने बताया कि गांव के रामेश्वर, बाबूलाल, छेदूलाल, अंजोर सिंह, भैयाराम, नरसिंग, लहुरसिंग द्वारा लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है।