राजनांदगांव

साइंस कॉलेज में व्याख्यान व स्पर्धाएं
06-Mar-2024 4:12 PM
साइंस कॉलेज में व्याख्यान व स्पर्धाएं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 2 मार्च।  शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनांदगांव में बीते 26, 27 व 28 फरवरी को प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल के मार्गदर्शन में छग विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर, राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा उत्प्रेरित एवं प्रायोजित, रसायन विभाग व गणित विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विज्ञान क्लब के अंतर्गत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर व्याख्यान एवं विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

प्रथम दिन 26 फरवरी को मुख्य अतिथि दुर्ग संभाग के क्षेत्रीय अपर संचालक डॉ. राजेश पांडे ने ‘विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक’ बहुत समसामयिक विषय रखने पर प्रशंसा करते बधाई दी। उन्होंने कहा कि  देश हर क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है, अपना परचम लहरा रहा है, अग्नि मिसाइल, आकाश, नाग एवं त्रिशूल मिसाइलें, वंदे भारत ट्रेन, स्मार्टफोन, कोरोना टीका स्वेदेश का ही देन है। हमें अपने देश पर गर्व होना चाहिए।

प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच पैदा करने व अनुसंधान को बढ़ावा देने हर वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। स्वेदशी अपनाकर विकसित भारत की ओर कदम बढ़ाना हैं। विशिष्ट अतिथि कमला कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा  ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में देश के लिए नोबेल पुरस्कर विजेता डॉ. सीवी रमन के विज्ञान के क्षेत्र में रमन प्रभाव की खोज एवं उनके योगदान के लिए यह राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। प्रथम दिवस  विषय विशेषज्ञों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन  माध्यम से विषय से संबंधित जानकारी दी।

द्वितीय दिवस में गणित विभाग व रसायन विभाग के एम.एससी. के विद्यार्थियों द्वारा पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता, तात्कालिक व्याख्यान और निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों के एमएससी द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। तृतीय दिवस पोस्टर प्रदर्शन प्रतियोगिता, कबाड़ से जुगाड़, डिमान्स्ट्रेशन/साइंटिफिक एक्सपेरीमेंट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निर्णायक के रूप में प्रो. योनूस बेग रजा, प्रो. अश्वनी शर्मा, प्रो. कविता साकुरे, डॉ. संगीता गुप्ता व प्रो. मेमन साहू तथा डॉ. केके देवांगन, शिवेन्द्र नागपुरे उपस्थित रहे।

समापन अवसर पर विशिष्ट अतिथि दिग्विजय कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर ने कहा कि विद्यार्थी वैज्ञानिक सोच पैदा करे, देश के युवा विकसित भारत के सपनों को साकार करें। विशिष्ट अतिथि डॉ. आलोक मिश्रा ने कहा कि 28 फरवरी 1928 को रमन प्रभाव की खोज हुई तथा सन् 1930 में डॉ. सीवी रमन को नोबेल पुरस्कार दिया गया। यह भारत के लिए गौरव की बात है। प्राचार्य डॉ.सुमन सिंह बघेल ने कहा कि विज्ञान की मदद से हमनें कई तरह की खोज कर अपने जीवन को और बेहतर बनाया हैं। उन्होनें कार्यक्रम की सफलता पर आयोजक टीम को बधाई दी।

प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को पुरस्कार राशि व प्रमाण पत्र दिए गए। निर्णायकों को भी प्रमाण पत्र व सम्मान राशि प्रदान किए गए। डॉ. एके झा संयोजक, डॉ. एसआर कन्नोजे, परमेश्वर वर्मा , शिवेन्द्र नागपुरे के नेतृत्व में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। डॉ. संगीता गुप्ता, टिकेश्वर निर्मलकर, आशीष मांडले, डॉ. श्रुति सोनी, पुरूषोत्तम साहू, पायल साहू, हरिश देवांगन, नंदिनी कुर्रे व महाविद्यालय स्टॉफ  का सम्पूर्ण सहयोग रहा।

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