महासमुन्द
![निमार्णाधीन उपस्वास्थ्य केंद्र की दीवार ढही, दो मजदूर घायल निमार्णाधीन उपस्वास्थ्य केंद्र की दीवार ढही, दो मजदूर घायल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716282430LACK_BOX_Hadsa.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 मई। पिछले हफ्ते शुक्रवार को ग्राम पंचायत बेलसोंडा स्थित पंचायत भवन के बगल में निमार्णाधीन उपस्वास्थ्य केंद्र भवन की दीवार ढह गई। दीवार ढहने से यहां कार्यरत साराडीह निवासी महिला मजदूर किरण घृतलहरे व पुरूष मजदूर पवन बंजारे गम्भीर रूप से घायल हो गए।
ग्रामीणों ने बताया कि महिला के सिर,कंधे, हाथ व कमर पर चोटें आई हैं। जबकि पुरुष को सामान्य चोट है। यह भी कहा जा रहा है कि मामला छिपाने के लिए ठेकेदार के कर्मचारी ने महिला को 10 किमी दूर निजी अस्पताल में भर्ती किया। जबकि सरकारी अस्पताल इससे नजदीक था। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण जन भी घटनास्थल पहुंचे थे।
सरपंच भामिनि चन्द्राकर गांव से बाहर थीं। सूचना पर पंच को मामले की जानकारी लेने व घायल से मिलने भेजा। जानकारी अनुसार घायल महिला की स्थिति चिकित्सकीय नियंत्रण में है। घटना के बाद जिला प्रशासन मामले में चुप्पी साधे रहा।
जानकारी के अनुसार बेलसोंडा में 22 लाख की लागत से उपस्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण किया जा रहा है। यह भवन सीजी मेडिकल सर्विस कारपोरेशन सीजीएमएससी बनवा रहा है। निमाणाधीन भवन में सूचना फलक नहीं लगा है। जिससे ग्रामीणों को जिम्मेदार विभाग के बारे में जानने में परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना शुक्रवार करीब दोपहर ढाई बजे की घटना है। इस दौरान सिटिंग प्लेटफार्म पर बैठकर दोनों श्रमिक भोजन कर रहे थे। तभी अचानक भरभराकर नौ फिट ऊंची दीवार उन पर गिर गई।
दीवार गिरने से दोनों दब गए। आसपास काम कर रहे श्रमिक दौडक़र पहुंचे और मदद की। बाद में दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना स्थल पर कोई अभियन्ता, साइट सुपरवाइजर मौजूद नहीं था। केवल ठेकदार के श्रमिक ही थे।
निमार्णी श्रमिकों को सुरक्षा संसाधन नहीं दिया गया था। सेफ्टी हेलमेट, बेल्ट, बूट, ग्लब्स कुछ भी नहीं था। बताया गया है कि निर्माणधीन भवन में सही तरह से तराई नहीं की गई है। बेस में रेत, बजरी की जगह डस्ट डाला गया है। लेखराज ठाकुर, उपअभियंता सीजीएमएससी का कहना है कि घटना शुक्रवार दोपहर दो से तीन बजे की है। महिला व पुरुष दो कर्मी घायल हुए हैं। एक को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी। घायल श्रमिकों का पूरा उपचार कराया जाएगा।