महासमुन्द
महासमुंद, 2 जुलाई। राशन कार्ड बनाने के एवज में भोले-भाले ग्रामीणों से 3 से 5 हजार रुपए लिए जाने की शिकायत लगातार कलेक्टर के खाद्य शाखा में पहुंच रही है। ग्रामीण व शहरी स्तर पर बड़े पैमाने पर दलाल सक्रिय होकर उगाही कर रहे हैं। रोजाना की शिकायत से खाद्य विभाग के कर्मचारी भी हलाकान हो चुके हैं। कल एक ऐसा ही मामला कलेक्टर जनदर्शन में भी पहुंचा है।
ऐसे कार्डधारी जिन्होंने अपने राशनकार्ड का नवीनीकरण नहीं कराया है, नवीनीकरण के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी है। बड़ी संख्या में नाम कटने से राशन उपभोक्ताओं की संख्या कम होगी। जनप्रतिनिधि, पंचायत सचिव तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर इसमें शामिल हैं। इसमें जांच नहीं होने की वजह से ऐसे लोगों का पर्दाफाश नहीं हो पा रहा है। प्राथमिकता,अंत्योदय, निश:क्त, निराश्रित कार्ड नि:शुल्क, सामान्य हेतु 10 रु चालान खाद्य विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार राशनकार्ड में नाम जोडऩे, काटने एवं नवीन राशन कार्ड के लिए लिया जा रहा है।
लेकिन कलेक्टर जनदर्शन के एक आवेदन के अनुसार कार्ड बनाने के लिए युवक को पिछले वर्ष भर से चक्कर काटना पड़ रहा है। युवक से रुपए की डिमांड की जा रही है। जिस पर वह पहले ही 500 रुपए एक पंचायत कर्मी को दे चुका है। बावजूद राशन कार्ड नहीं बना। न ही उनके बच्चों का नाम जोड़ा जा रहा है। इस तरह राशन कार्ड को लेकर दलालों की सक्रियता बढ़ गई है।