बीजापुर
![पोटाकेबिन छात्रा दीक्षिता की मलेरिया से मौत, गांव में पसरा मातम पोटाकेबिन छात्रा दीक्षिता की मलेरिया से मौत, गांव में पसरा मातम](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1720889188MG-20240713-WA0172.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 13 जुलाई। मलेरिया से हुई छात्रा की मौत पर उनके परिजनों को गहरा सदमा लग गया है। माता-पिता की एक ही संतान थी दीक्षिता।
शुक्रवार को तारलागुड़ा पोटाकेबिन में अध्ययनरत दूसरी कक्षा की दीक्षिता रेगा की मलेरिया से मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार चंदूर पंचायत के दूधेड़ा गांव में किया गया।
दीक्षिता की मौत पर पूरा गांव में मातम छा गया, उसके माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था। उनकी एक ही संतान थी, बड़े जतन से पाल रहे थे। इस जानलेवा बीमारी ने उसकी जान ले ली।
परिजनों ने बताया कि रविवार को उसे पोटाकेबिन में छोडक़र चले गए थे मंगलवार को उसे तेज बुखार आया। पोटा केबिन में नियुक्त एएनएम उसे अस्पताल लेकर गई, जहां ब्लड सेंपल की जाँच करने के बाद मलेरिया के लक्षण पाए गए जिसका डोज बुधवार और गुरुवार दो दिन तक लगाया गया। उसके बाद परिजन अपने साथ उसे घर लेकर चले गए। तबियत ज्यादा खऱाब होने की स्थिति में गुरुवार की रात 11 बजे परिजन उसे भोपालपटनम सामुदायिक स्वास्थय केंद्र लाए, जहां इलाज के वक्त उसका शुगर लेवल कम हो रहा था।
डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल बीजापुर रिफर किया। वहां से डॉक्टरों ने उसे जगदलपुर रिफर कर दिया। मेकाज में उसका इलाज चल रहा था, उसी बीच बच्ची ने दम तोड़ दिया है।
माँ और पिता का रो रोकर बुरा हाल
मृतक के पिता रेगा प्रभाकर ने ‘छत्तीसगढ़’को बताया कि बच्ची घर में स्वस्थ थी उसे रविवार को आश्रम में छोड़ आया था। जब उसकी तबियत बिगड़ी उन्हें सूचना मिलने पर वो अपनी बच्ची को घर लेकर आये और उसे इलाज के लिए लेकर गए। इस दौरान उसकी मौत हो गई।
शनिवार को शव गांव पहुंचने के बाद पूरा गांव मातम में बदल गया माँ के आंसू रुक नहीं रहे थे। पड़ोसियों ने बताया कि बच्ची मिलनसार और पढ़ाई लिखाई में सबसे तेज थी। घर के आँगन और गांव के बच्चों के साथ खेलती रहती थी। अंतिम संस्कार में बीईओ, बीआरसी और अधीक्षक मौजूद थे।
पोटाकेबिन में बच्चों की स्वास्थ्य जांच
इस मामले के बाद स्वास्थ्य अमला भी हरकत में आ गया है। डॉ. चलपति राव बीएमओ ने बताया कि आज पोटाकेबिन में मलेरिया दवाई का छिडक़ाव कराया जा रहा है वहीं आरबीएसके स्वास्थ्य टीम पोटाकेबिन के बच्चों का स्वास्थ्य प्रशिक्षण कर रही है, 78 बच्चों को मलेरिया टेस्ट किया गया। एक बच्ची सुष्मिता दुम्पा को मंगलवार को मलेरिया पॉजिटिव आया, उनका इलाज चल रहा है।