बीजापुर
![अवैध तरीके से कटवा दिए हजारों बांस अवैध तरीके से कटवा दिए हजारों बांस](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721898173h-3.jpg)
जगदलपुर से लाए थेमजदूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम/ बीजापुर, 25 जुलाई। इन्द्रावती टाइगर रिजर्व के मद्देड़ बफर क्षेत्र के जंगलों में बिना किसी अनुमति के अवैध तरीके से हजारों बांसों को कटवा दिए गए हैं। इन बांसों को कटवाने के लिए बकायदा जगदलपुर से मजदूरों को लाया गया था। हालांकि बांस को किसने कटवाया, इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन सामान्य वनपरिक्षेत्र के एक कर्मी की संलिप्तता इसमें बताई जा रही है।
खबर के मुताबिक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व के मद्देड़ बफर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रुद्रारम कोनागुड़ा के जंगलों से बिना किसी अनुमति के अवैध तरीके से हजारों बांसों को काट दिया गया है। कोनागुड़ा से लगे जंगल में बांसों को काटकर गांव के पास पेड़ों में खड़ा कर थप्पी लगाई गई है।
बताया जा रहा है कि हजारों की तादात में बांस काटे गए हैं। गांव के पास बड़े पेड़ो में 8 जगह बांसों को खड़ा रखकर थप्पी लगाया गया है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग बफर के रेंजर देवनन्दन तिवारी ने अपने कर्मचारियों को भेजकर बांसों का आंकलन कर जप्ती नामा तैयार करने की बात कही है, बावजूद दो दिनों से यह आंकलन नहीं हो पा रहा है।
बताया जा रहा है कि जहां बांस रखे हैं। उसके आगे पहाड़ में बड़ी तादात में बांस रखा हुआ है, लेकिन वहां तक फारेस्ट विभाग की पहुंच नहीं हैं। ज्ञात हो कि 2021 के बाद बीजापुर जिले के जंगल से बांस की कटाई पर प्रतिबंध लगाया गया है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह बांस जगदलपुर से मजदूरों को लाकर कटवाये गए हैं। सामान्य वनपरिक्षेत्र के एक कर्मी ने ग्रामीणों को बताकर रखा है कि बांस वन विभाग का है। इसे यहां से बाद में ले जाया जाएगा। ग्रामीण का स्पष्ट रूप से कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता हैं।
कर्मी ने बफर में किया हाथ साफ
वन विभाग सामान्य परिक्षेत्र के उक्त कर्मी ने बफर क्षेत्र में हाथ साफ करते हुए बड़ी ही चतुराई से विभाग का नाम लेकर हजारों बांस काटकर जंगल में छुपा रखा है। बताया जा रहा है कि इसे मोटी कीमत पर बेचने की तैयारी थी।
इस संबंध में सामान्य वन विभाग मंडल के एसडीओ नितीश कुमार रावटे ने कहा कि अगर बांस जंगल से कटवाकर रखा गया है, तो वह अवैध है। इसमें एक वनकर्मी का नाम आ रहा है। लेकिन उनका कथन है कि उन्होंने नहीं कटवाया है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा। उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं मद्देड़ बफर के परिक्षेत्र अधिकारी देवनन्दन तिवारी ने कहा कि जांच की जा रही हैं। जांच के बाद ही पता लग पाएगा कि किसने कटवाया है। अभी किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।