महासमुन्द
![फिर से टूट रहा महासमुंद को जोडऩे वाला बम्हनी-चिंगरौद पुल फिर से टूट रहा महासमुंद को जोडऩे वाला बम्हनी-चिंगरौद पुल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1722156600MG_20240728_112826.jpg)
जान जोखिम में डालकर रास्ता पार कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,28 जुलाई। जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम बम्हनी चिंगरौद को जोडऩे वाला सीतली नाला में बना पुल मानसून की पहली ही बारिश में इस बार फिर से टूट रहा है। यह पुल बीच से भी टूटा हुआ है और अब पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक तकरीबन एक फीट के गड्ढे बन गए हैं जिस पर से आवागमन पूरी तरह से बाधित है। हालांकि लोग जान जोखिम में डालकर इस पुल के रास्ते को पार कर रहे हैं।
मालूूम हो कि चिंगरौद और बम्हनी जिला मुख्यालय महासमुंद को जोडऩे वाली मुख्य मार्ग है। पिछले साल भी यह पुल बारिश में टूट गया था और पुल के दोनों तरफ चार से पांच फीट गहरे गड्ढे हो गए थे। जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने खाना पूर्ति कर गिट्टी से पैक कर दिया था। ग्रामीणों की लगातार शिकायत के बाद मुख्यमंत्री तक बात पहुंची। विभागीय मंत्री तक को आवेदन दिया गया। लेकिन अभी तक इस पुल की मरम्मत नहीं की गई। इस तरह इस साल की पहली बारिश में ही पुल के दोनों तरफ फिर से गड्ढे बन गए हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि भारी वाहनों की लगातार आवाजाही के कारण पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। रिपेयरिंग करने के बाद पुल फिर से टूट जाता है। यहां कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस पूरे मामले पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। जब ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिलती है कि पुल के दोनों तरफ फिर से गड्ढा हो गया है तो आनन फानन में अधिकारी पहुंचकर यहां पत्थर और गिट्टी डालकर खाना पूर्ति कर देते हैं। समाचार लिखते तक इस पुल को नया बनाने या रास्ते की मरम्मत करने की पहल नहीं हुई है।