राजनांदगांव
![दशकों पुराने कांग्रेस भवन के बहुरेंगे दिन दशकों पुराने कांग्रेस भवन के बहुरेंगे दिन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609315511ongress_Bhavan__A__File_Photos.jpg)
गिरीश देवांगन और रामगोपाल अग्रवाल ने ली बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के सत्तासीन होने के बाद सालों पुराने कांग्रेस भवन का कायाकल्प करने के विशेष कार्ययोजना में राजनांदगांव शहर का दशकों पुराना भवन के भी दिन बहुरेंगे। बताया गया है कि प्रदेश कांग्रेस की ओर से सत्ता से जुड़े दो प्रमुख नेता गिरीश देवांगन और रामगोपाल अग्रवाल ने मंगलवार को जिला और शहर कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक लेकर नए भवन निर्माण पर चर्चा की।
बताया जा रहा है कि नया भवन पूरी तरह से आधुनिक होगा। जिसमें अध्यक्षों के अलावा पदाधिकारियों के लिए भी बैठक की व्यवस्था होगी। साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक के लिए हाल का भी निर्माण किया जाएगा। राजनांदगांव शहर के मध्य स्थित कांग्रेस भवन सालों से पुराने स्वरूप में ही है। जबकि भाजपा सरकार के राज्य की बागडोर सम्हालने के बाद जिला मुख्यालयों में पार्टी कार्यालय को आलीशान बनाया गया। यही कारण है कि कांग्रेस भी प्रदेश में सरकार होने का राजनीतिक लाभ उठाते हुए पार्टी कार्यालय भवनों को आकर्षक और नया रूप देने पर जोर दे रही है।
राजनांदगांव शहर कांग्रेस भवन दशकों पुराने रूप में ही अब भी टिका हुआ है। जबकि व्यापारिक स्थल होने से इसका लाभ पार्टी को नहीं मिल सका। इसी कड़ी में खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन और पार्टी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने जिलाध्यक्ष पदम कोठारी और शहर अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा समेत अन्य पार्टी नेताओं के साथ बैठक की।
बताया जा रहा है कि जल्द ही भवन के नए स्वरूप को लेकर आधारशिला रखने की तैयारी की जा रही है। दोनों नेताद्वय ने कांग्रेस भवन परिसर में स्थित पेडों की कटाई करने का निर्देश दिया है। वहीं बैठक में भवन निर्माण के लिए विशेष रूप से पदाधिकारियों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं समेत शहर के दानदाताओं से राशि जुटाने पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि समाजसेवियों और दानदाताओं से उनकी आर्थिक स्थिति के अनुसार ही सहायता राशि लेने पर जोर दिया गया है। वहीं निर्माण कार्य के दौरान किसी भी तरह की आर्थिक संकट नहीं होने पर विशेष ध्यान देने को भी कहा है। माना जा रहा है कि 2023 से पहले प्रदेश के कांग्रेसविहीन भवनों के जिला मुख्यालयों में भवन तैयार करने के लिए एक निश्चित मियाद भी तय की गई है।
नांदगांव की राजनीतिक स्थिति पर नाराज दिखे गिरीश
राजनांदगांव की राजनीतिक स्थिति को लेकर गिरीश देवांगन काफी नाराज दिखे। शहर और जिला की सांगठनिक इकाई के कामकाज को लेकर उन्होंने सवाल किए। बताया जा रहा है कि शहर अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा को देवांगन ने सदस्यता अभियान में ढ़ीला रूख अख्तियार करने पर आड़े हाथ लिया। वहीं भवन निर्माण के लिए जिलाध्यक्ष कोठारी द्वारा 21 सदस्यीय समिति बनाए जाने के सुझाव को भी सिरे से खारिज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि जिले में संगठन स्तर पर कई निर्देशों का अब तक पालन नहीं किया गया है। जिसके चलते प्रदेश नेतृत्व भी यहां की स्थिति को लेकर नाराज है। मिली जानकारी के मुताबिक देवांगन और अग्रवाल दोनों ने सांगठनिक और सरकारी योजनाओं को लेकर काम करने का तरीका भी बताना पड़ा। राजनीतिक रूप से राजनांदगांव की स्थिति प्रदेश में फिलहाल बेहतर नहीं मानी जा रही है। शहर और जिलाध्यक्ष को खासतौर पर सदस्यता अभियान में रूचि नहीं लेने पर आगंतुक नेताओं के नाराजगी का सामना करना पड़ा।