राजनांदगांव
![धान का पहले महीने में बंपर आवक से कई सोसायटियों में खरीदी बंद धान का पहले महीने में बंपर आवक से कई सोसायटियों में खरीदी बंद](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609316037jn__7.jpg)
उठाव नहीं होने से खरीदी बंद का पोस्टर चस्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का पहला महीना बंपर आवक से सोसायटियों में जाम की स्थिति बन गई है। खरीदी की तुलना में धान का उठाव नहीं होने से कुछ सोसायटियों में खरीदी बंद का पोस्टर भी चस्पा कर दिया गया है। जिले में अब तक 38 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है और उठाव महज 7 लाख क्विंटल के आसपास हुआ है।
बताया जा रहा है कि जिले के 97 हजार 437 किसानों से खरीदी कर करोड़ों रुपए का भुगतान भी किया गया है। वहीं किसानों से लिंकिंग राशि भी वसूली गई है। बताया जा रहा है कि 139 केंद्रों में धान की खरीदी की जा रही है। जिसमें 40 से 50 सोसायटियों में उपज रखने की जगह नहीं है। लिहाजा सोसायटी प्रबंधकों ने खरीदी करने से हाथ खड़े कर दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक खुज्जी क्षेत्र के उपरवाह सोसायटी में बकायदा बारदाना की कमी और फसल का उठाव नहीं होने का हवाला देकर नोटिस चस्पा किया गया है। किसानों को इस सोसायटी ने फिलहाल धान नहीं बेचने आने का आग्रह किया है।
इसके अलावा डोंगरगढ़ क्षेत्र के मेढ़ा, पनियोजोब, बोरतलाव, ठाकुरटोला, रामाटोला, लालबहादुर नगर, अछोली, ढ़ारा, मोहारा, कोलिहापुरी, रंगकठेरा, खुर्सीपार, कनेरी, मुढ़पार, मुसरा, बेलगांव, कसारी जैसे केंद्रों में भी धान खरीदी बंद होने की स्थिति में है। बताया जा रहा है कि कुछ केंद्रों में बमुश्किल दो दिन ही खरीदी हो पाई। सोमवार और मंगलवार से सोमनी इलाके के सोसायटियों में खरीदी बंद कर दी गई है।
एक दिसंबर से शुरू हुए खरीदी में बंपर आवक होने के कारण एक माह के भीतर खरीदी व्यवस्था लडखड़़ा गई है। दिसंबर के पहले पखवाड़े में शुरू हुए बारदाने की किल्लत आज बरकरार है। कुल मिलाकर सोसायटियों में अब स्थिति खराब हो रही है। प्रशासन के जरिये शासन को कई बार बारदाना उपलब्ध कराने तथा उचित समय पर परिवहन किए जाने के लिए पत्र लिखा गया। ऐसी हालत में सोसायटियों में खरीदी व्यवस्था का डगमगाना लाजमी है।