राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। मानपुर इलाके में मंगलवार देर शाम को नक्सलियों के हाथों मारे गए युवक को 9-एमएम गोली से निशाना बनाया गया। पोस्टमार्टम में युवक के शव से दो गोलियां मिली है। लंबे समय से युवक को मारने नक्सली घात लगाकर तलाश कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि युवक की हत्या से पहले नक्सलियों ने उसके गतिविधियों पर नजर रखी थी। मृतक को कथित रूप से एसआईबी का गुप्त सैनिक भी बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने युवक के साथ किसी भी तरह के संबंध से इंकार किया है। विशुद्ध रूप से पुलिस मृतक को ग्रामीण युवक बता रही है। मानपुर से करीब 3 किमी दूर तुमड़ीकसा मार्ग में युवक का शव खून से लथपथ मिला।
सूत्रों का कहना है कि युवक का तांतापानी गांव में अक्सर आना-जाना था। चर्चा है कि मृतक का गांव की एक युवती के साथ जान-पहचान था। वह इस रास्ते से हर थोड़े दिन के अंतराल में आना-जाना करता था। युवक की हत्या से जुड़े नक्सलियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। शुरूआती जांच में इस हत्या के पीछे मोहला एलओएस की भूमिका सामने आई है। वहीं स्माल एक्शन टीम के इस वारदात के पीछे होने की आशंका के आधार पर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस को कुछ ग्रामीणों ने वारदात के दौरान आधा दर्जन हथियार लैस नक्सलियों के मौजूदगी की जानकारी दी है।
माना जा रहा है कि नक्सलियों ने सोंची-समझी रणनीति के तहत ही युवक को मौत के घाट उतार दिया। इस बीच जिले में अरसे बाद हुए नक्सल हत्या से भोले-भाले ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ गई है। मानपुर इलाके में हुई इस खूनी वारदात के बाद पुलिस के सामने अंदरूनी इलाकों के नौजवानों की सुरक्षा को पुख्ता बनाने की कठिन चुनौती खड़ी हो गई है।
बताया जा रहा है कि नक्सली समूचे जिले में लगातार पुलिस के हाथों पीट रहे हैं। ऐसे में सनसनी फैलाने के लिए नक्सली मुखबीरी के आरोप में नौजवानों की जान लेने के लिए अमादा दिख रहे हैं।