राजनांदगांव
![रामवन गमन पथ निर्माण में मिट्टी ले जाने के विरोध में पुलिस कार्रवाई पर भडक़ा आदिवासी समाज रामवन गमन पथ निर्माण में मिट्टी ले जाने के विरोध में पुलिस कार्रवाई पर भडक़ा आदिवासी समाज](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1609318464jn__10.jpg)
छग सर्व आदिवासी समाज बैनर तले दिया धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। बस्तर में रामवन गमन पथ निर्माण के लिए बिना अनुमति गांव की मिट्टी ले जाने का विरोध करने पर हुई पुलिस कार्रवाई को लेकर छग सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले बुधवार आदिवासी समाज ने एक दिनी धरना प्रदर्शन किया।
बस्तर संभाग के एक सामाजिक मुखिया मांझी, गायता तथा सियान के ऊपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया जिसके विरोध में प्रदेशभर में जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया गया। इसी कड़ी में विरोध के लिए जुटे आदिवासी समाज ने स्थानीय जिला कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। समाज का कहना है कि आदिवासी शुरू से पेन व्यवस्था के खिलाफ है। इस तरह का जब भी कार्य किया जाता है तो पारंपरिक रूप से गांव के मुखिया की उपस्थिति में ग्राम देवी कीअनुमति लिया जाता है। वहीं ग्राम सभा में मंजूरी के बगैर भी ऐसे कार्य नहीं किए जाते।
सर्व आदिवासी समाज ने मांग करते कहा कि एफआईआर दर्ज को फौरन रद्द किया जाए। आदिवासी समाज इससे आहत है। वहीं समाज ने पिंगुआ कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर आदिवासी कर्मचारियों को पदोन्नति व आरक्षण देने के संबंध में न्यायालय में जानकारी नहीं दी है, जिसके कारण समाज के कर्मचारियों को पदोन्नति में रूकावट का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम हैं।