राजनांदगांव
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श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ व अनुष्ठान शुरु
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 2 जनवरी। अंबागढ़ चौकी में कोविड-19 कोरोना संक्रमण की रोकथाम व संक्रमण काल में असामयिक निधन होने वाले पितरों की आत्मा की शांति के लिए आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ व अनुष्ठान नगर में गत दिनों प्रारंभ हो गया। पहले दिन बाजा-गाजा, मांदरी, आतिशबाजी व भजन-कीर्तन के साथ नगर में कलश यात्रा व श्रीमद् भागवत की शोभायात्रा निकाली गई।
अं. चौकी नगरवासियो एवं श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ समिति तथा सृजन निकेतन संस्था द्वारा 31 दिसंबर से 6 जनवरी तक श्रीमद भावगत ज्ञान यज्ञ व अनुष्ठान का आयोजन किया गया है। आयोजन समिति के प्रमुख अनिल मानिकपुरी ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य अं. चौकी नगर व क्षेत्र में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा क्षेत्रवासियों के कल्याण तथा पितरों की आत्मा की शांति के लिए किया गया है। उन्होंने बताया कि कलश यात्रा व शोभायात्रा वार्ड 4 स्थित संकटमोचक दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर से हुआ। समापन कथा स्थल वार्ड 8 कॉलेज ग्राउंड में हुआ।
श्रीमद भावगत ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ कलश यात्रा की समाप्ति के पश्चात गुरूपूजन, व्यास पीठ पूजन व गौकरण कथा से हुई। प्रथम पाली में कथावाचक पं. विनोद बिहारी गोस्वामी ने सर्वप्रथम गुरूपूजन कराया। उसके बाद व्यास पीठ का पूजन कराया गया। द्वितीय पाली में रात्रि 9 से 12 के मध्य गौकरण कथा से ज्ञान यज्ञ की शुरूआत हुई।
कथावचक पं. गोस्वामी ने कहा कि शब्द से बड़ा इस संसार में कोई धन नहीं है। जिसने वाणी को वश में कर लिया है वह फिर संसार को जीत सकता है। हर वस्तु का मोल है और सुविधाओं का तौल व मोल किया जा सकता है, लेकिन शब्द का कोई मोल नहीं है। वह अनमोल है। इंसान को शब्दों के प्रयोग से ही पहले समझ लेना चाहिए कि वह क्या कहने जा रहा है, क्योंकि इसी वाणी से ही महाभारत होता है और इसी से ही जग को जीता व जग में राज किया जा सकता है।