महासमुन्द
मरने वालों की तादात बढक़र 121 हुई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 2 जनवरी। अब महासमुन्द जिले में कोरोना संक्रमण में कमी आई है लेकिन कल 1 जनवरी को एक ही दिन में 16 लोगों की मौतें हुई है। कल ही कुल 25 नए पाजीटिव भी मिले।
आज तक कुल मरीजों की संख्या 8415 है। कल 43 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं। अब इस जिले में कोरोना मौतों की तादात 121 हो चुकी है। हालांकि चार महीने बाद ऐसा हो रहा है कि एक्टिव केस की संख्या काफी कम हो गई है। बीते 31 दिसम्बर को कोरोना एक्टिव केसों की संख्या 364 पर आ गई थीं। ऐसा पहली बार है जब महासमुन्द में 117 दिन बाद पहले वाली स्थिति में एक्टिव केसों की संख्या पहुंच गई है। इससे पहले 3 सितम्बर को एक्टिव केसों की संख्या 397 थी।
हालांकि इसके बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ जिले में लगातार बढ़ रहा था। इससे जिले में पिक के दौरान 30 सितम्बर को सबसे ज्यादा 776 एक्टिव मरीजों की संख्या थी। अच्छी बात यह रही कि जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा कभी एक हजार के पास नहीं पहुंचा। हालांकि नवम्बर के महीने के पहले-दूसरे सप्ताह में एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आ रही थी। इस दौरान एक्टिव केसों की संख्या 550 तक पहुंच गई थी। दिसम्बर महीने में ठंड बढऩे के साथ ही कोरोना संक्रमितों मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होने के कारण एक्टिव मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी जारी थी।
बीते माह दिसम्बर में 28 संक्रमितों की मौत हुई है। यह संख्या नवबम्र से अधिक है। नवम्बर में 23 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा था। दिसम्बर में नवम्बर की अपेक्षा मौतों में 22 फीसदी का इजाफा है। ज्यादा मौतें अक्टूबर में हुई थी। अक्टूर में 33 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई थी। वहीं सितम्बर महीने में 31 ने दम तोड़ा था। इस वक्त जिले में कुल एक्टिव मरीज 364 में से 317 मरीजों का इलाज होम आइसोलेशऩ में हो रहा है। यह एक्टिव केसों का 87 फीसदी है। वहीं सिर्फ 47 मरीज (13 फीसदी) ही अपना इलाज जिले के कोविड अस्पताल या कोविड सेंटर में करा रहा है। जिले में एक मात्र कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 40 बेड हैं। यहां सिर्फ 12 मरीजों का इलाज हो रहा है। शेष 39 बेड खाली पड़े हुए हैं।
एक्टिव केसों की संख्या में कमी आने पर सीएमएचओ एनके मंडपे ने कहा कि इसका सबसे पहला मुख्य कारण वातावरण में गर्मी का बढऩा है। अब विंटर खत्म हो रहा है और गर्मी का मौसम आ रहा। वायरस ठंड के मौसम या ठंडी जगहों पर ज्यादा सरवाइव करते हैं। हालांकि इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है लेकिन ये एक मुख्य कारण हो सकता है। जिले में दिसम्बर महीने में कुल 1965 कोरोना संक्रमित मरीजे मिले। वहीं नवम्बर महीने में सिर्फ 1670 कोरोना मरीजों की पहचान हुई थी।
जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित अक्टूबर महीने में मिले थे। अक्टूबर में कुल 2105 कोरोना संक्रमित की पहचान की गई। वहीं सितम्बर महीने में 2086 संक्रमितों की पहचान की गई थी। सितम्बर-महीने में सबसे ज्यादा मरीजों के मिलने का कारण पीक को माना जाता है। इन महीनों में ही जिले के साथ ही पूरे देश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई थी। इन दो महीनों में ही सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों की भी मौत हुई थी।