राजनांदगांव
गोलीकांड के शहीदों के परिजनों का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जनवरी। सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि छुईखदान नगर का गौरवशाली इतिहास है। इस नगर में कला, संस्कृति, साहित्य और सेनानियों का समागम है। श्री पांडेय गत दिनों शहीद स्मारक परिसर छुईखदान में जय जगन्नाथ सेवा समिति द्वारा छुईखदान गोलीकांड की 68वीं बरसी के अवसर पर आयोजित एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
सांसद श्री पांडेय ने कहा कि छुईखदान नगर ने ना केवल स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बल्कि आजादी के बाद भी अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए बढ़-चढक़र भाग लिया। उन्होंने अपनी जान की भी परवाह नहीं की और छुईखदान तहसील को तोड़े जाने के विरोध में अहिंसक सत्याग्रह करते तत्कालीन शासन की नीतियों का विरोध किया था। तत्कालीन शासन द्वारा तहसील स्थानांतरित करने की कार्रवाई के दौरान गोलीकांड में छुईखदान नगर के तीन पुरूष और 3 महिलाएं अधिकार और स्वाभिमान की रक्षा करते शहीद हो गए थे। इस अवसर पर श्री पांडेय ने छुईखदान परत दर परत के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र बहादुर सिंह की तारीफ करते कहा कि उन्होंने छुईखदान के इतिहास को लिपिबद्ध कर एक महत्वपूर्ण काम किया है ।
अध्यक्षता करते हरि ठाकुर स्मारक संस्थान रायपुर के सचिव और वरिष्ठ पत्रकार आशीष सिंह ने कहा कि 9 जनवरी का दिन छुईखदान के लिए गर्व का दिन है। इस दिन छुईखदान के 6 वीर सपूतों और वीरांगनाओं ने अपने अधिकार की रक्षा करते अपना प्राणोत्सर्ग कर दिया था । छुईखदान परत दर परत के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र बहादुर सिंह ने छुईखदान गोलीकांड की संक्षिप्त में जानकारी दी। गोलीकांड की 68वीं बरसी पर शहीद पं. द्वारिका प्रसाद तिवारी के पुत्र पं. वामन प्रसाद तिवारी, पं. बैकुंठ प्रसाद तिवारी के पोते पं. संजय प्रसाद तिवारी, ठाकुर मना सिंह के सुपुत्र बोधन सिंह ठाकुर, भूलिनबाई के सुपुत्र कृष्णाराम महोबिया, कचरा बी के पोते शब्बीर खान और रमसिरबाई के करीबी परिजन प्रेमलाल चन्द्राकर का सांसद संतोष पांडेय ने सम्मान किया।