महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 12 जनवरी। जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम बिरकोनी के आश्रित ग्राम कांपा स्थित पंचायत भवन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान व मिशन अंत्योदय योजना अंतर्गत स्वसहायता समूह का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ।
शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरपंच गजानंद साहू थे। अध्यक्षता सचिव नारायण साहू ने की। सरपंच गजानंद का कहना है कि समूह से जुड़ी महिलाओं को रोजगार से जोडक़र आत्मनिर्भर बनाना योजना का मुख्य उद्देश्य है। आसपास गांवों के 80 प्रतिशत महिलाओं को समूह से जोडऩा लक्ष्य है ताकि ये महिलाएं ग्रुप में रोजगार के लिए कुछ कार्य करके आर्थिक तंगी दूर कर सकें। सक्रिय महिलाओं को प्रशिक्षण में जोर दिया जा रहा है कि वे महिलाओं के समूह में गांव के जरूरतमंद व इच्छुक महिलाओं को और जोड़ेें और महिला समूह के क्रियाकलापों पर विशेष नजर रखें। साथ ही उन्हें शासन के विभिनन वित्तीय योजनाओं के बारे में जानकारी दें।
सरपंच कहते हैं कि बैंकों से लोन लेकर आजीविका के साधन तैयार कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। समूह से जुड़ी महिलाओं को शासन के विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कौशल संबंधी विभिन्न हुनरमंद बनकर आत्मनिर्भर बनने रोजगार के कार्य शुरू है ताकि महिलाओं को रोजगार मिले। इस रुपए से महिलाएं अपना परिवार चला सकें गी और अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकेंगी। जिले के भोरिंग क्लस्टर इंचार्ज नीतू साहू, सुरेखा टंडन, ज्ञान बाई तथा बासीन क्लस्टर व गरियाबंद क्लस्टर से मालती नामक महिलाओं ने इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एनआरएलएम के तहत गांवों में गठित महिला समूहों के सक्रिय सदस्यों का 14 दिवसीय क्षमता विकास वर्धन एवं प्रशिक्षण जारी है। प्रशिक्षण के दौरान आइसीआरपी टीम ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को नियमित साप्ताहिक बैठक, बचत, आंतरिक लेन-देन, उधार वापसी, हिसाब-किताब संधारण, खुले में शौच मुक्त परिवार, सुनिश्चित परिवार, नशामुक्त परिवार. संपूर्ण टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, सुपोषित परिवार, पंचायतीराज संस्थाओं के साथ समन्वय समेत 11 सूत्रों का पालन करने शपथ की दिलाई गई। टीम ने महिलाओं के समूह बनाकर दो पाली में प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें रजिस्टर, ऋण पुस्तिका, व्यक्तिगत पास, लेजर रजिस्टर, मासिक प्रतिवेदन, तैयार करने का प्रशिक्षण दो सौ महिलाओं को दिया गया।