महासमुन्द
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आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्ताह में तीन दिन गरम पौष्टिक आहार कल से
गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन प्रेम से खिलाएं-कलेक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 31 जनवरी। 1 फ रवरी से जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्ताह में तीन दिन गरम पौष्टिक आहार परोसा जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत यह कार्यक्रम फरवरी महीने से चलाया जाएगा।
कलेक्टर डोमन सिंह ने महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों की बैठक लेकर इस सम्बंध में दिशा-निर्देश दिए। महासमुन्द जिले में 15 हजार महिलाएं एनीमिक से पीडि़त हैं। वहीं 10 हजार 700 बच्चे कुपोषित हैं। इसे दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में रोजाना रोटी, हरी सब्जी, मुनगा भाजी नियमित रूप से बच्चों को खिलाने की सलाह दी जाएगी। साथ ही पीडि़त महिलाएं और कुपोषित बच्चों को गरम पौष्टिक आहार दिया जाएगा।
श्री सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में चयनित हितग्राहियों को गरम भोजन उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक राशि खनिज न्यास निधि से सीधे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खाते में जाएगी। इसकी स्वीकृति दे दी गई है। अब आपका कर्तव्य है कि एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन प्रेम से खिलाएं। यह सब आपके बीच के लोग हैं। इसलिए सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। कलेक्टर ने कल शनिवार को कलेक्ट्रोरेट के सभाकक्ष में वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए महिला एवं बाल विकास के अधिकारियोंए सीडीपीओ एवं सभी सेक्टर सुपरवाईजर, जनपद के दो-दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ जिले के सभी एसडीएम की बैठक ली। कलेक्टर नेे बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण को कम करने, महिलाओं, किशोरी बालिकाओं में एनीमिया को कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दें। कलेक्टर ने कहा कि खनिज न्यास निधि से 302 आंगनबाड़ी केन्द्रों में गैस कनेक्शन भी उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही 200 आंगनबाड़ी केन्द्रों का उन्नयन भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिह्नांकित एनीमिक महिलाओं और कुपोषित बच्चों की सूची स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरयुक्त दी जाएगी। जिसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने केन्द्रों में चस्पा करेंगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों में स्थानीय माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सुपोषण अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुपोषण वाटिका तैयार कर सब्जी-भाजी उगाकर उसका उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में खुली जमीन पर मुनगा के पौधे का रोपण किया जाए। इसके लिए उद्यानिकी विभाग को पौधे उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।