महासमुन्द
![10वीं-12वीं की परीक्षा देने वालों को फार्म भरने का मौका एक और मौका 10वीं-12वीं की परीक्षा देने वालों को फार्म भरने का मौका एक और मौका](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1612091014g_logo.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 31 जनवरी। दसवीं व बारहवीं की परीक्षा देने वाले ऐसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने निर्धारित समय पर परीक्षा फीस व फार्म भरा नहीं भर पाया है, उनके लिए राहत भरी खबर है । माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ऐसे छात्रों को एक बार फिर मौका दे रही है, जो तक किसी न किसी कारण से परीक्षा फार्म नहीं भर पाए हैं । वे अब विलंब शुल्क के साथ परीक्षा फार्म भर सकते हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार महासमुन्द विकासखंड की बात करें तो 500 से अधिक छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिन्होंने पूर्व में परीक्षा फार्म नहीं भरा था। इसी प्रकार जिलेभर में कई ऐसे छात्र-छात्राएं हैं, जिन्होंने फार्म नहीं भरा है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन ने बताया कि जिलेभर में 500 से अधिक छात्र-छात्राएं ऐसे हंै, जिन्होंने परीक्षा फार्म नहीं भरा है। स्कूल की ओर से लगातार पालकों से मिलकर सूचना दी गई थी। इसके बावजूद पालकों व बच्चों ने ध्यान नहीं दिया। अब फिर से विलंब शुल्क के साथ पांच फरवरी तक फार्म भरने का मौका मिला है। शिक्षकों के द्वारा फिर से पालकों के घर पहुंचकर या फिर फोन के माध्यम से फार्म भरने की सूचना दी जा रही है।
गौरतलब हो कि 10वीं व 12वीं की परीक्षा के लिए फार्म भरने तीसरी बार तिथि में बढ़ोतरी की गई है। पिछली बार 15 जनवरी अंतिम तिथि निर्धारित थी। बताया जा रहा है कि फॉर्म भरने से वंचित कई विद्यार्थी के पालकों ने माशिम दफ्तर पहुंचकर अंतिम अवसर देने का आग्रह किया। दबाव के बाद छात्रहित में फार्म भरने के लिए आखिरी बार पोर्टल खोलने का निर्णय लिया गया। एक फरवरी से पांच फरवरी तक एक हजार रुपए विलंब शुल्क के साथ परीक्षा फार्म भर सकते हैं। इसके बाद तिथि में बढ़ोतरी नहीं होगी।
इस साल दसवीं व बारहवीं बोर्ड की परीक्षा जिलेभर से 25 हजार बच्चे शामिल होने की संभावना है। हालांकि अभी आकड़ा जिला शिक्षा अधिकारी के पास नहीं पहुंचा है। लेकिन पिछले साल के आकड़ों को संभावित माना जा रहा है। कोरोना काल की वजह से इस बार प्रवेश व परीक्षा में शामिल होने का फाइनल आकड़ा एकत्रित नहीं हो पाया है। जिला शिक्षा अधिकारी रार्बट मिंज का कहना है कि कोरोना की वजह से स्कूल बंद है। परीक्षा फार्म स्कूलों में भरा गया है, लेकिन कोरोना की वजह से आकड़ा एकत्रित नहीं हो पाया है। संभवत: पिछले साल का आकड़ा इस साल रहेगा।