महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 2 फरवरी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत सोमवार से महासमुन्द जिले में हुई है। अभियान के तहत कुपोषित बच्चों के साथ ही 15 से 49 वर्ष तक की चिह्नित एनीमिया ग्रसित महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्ता युक्त गरम पौष्टिक भोजन दिया जाएगा। इसके लिए जिला खनिज न्यास निधि से आवश्यक राशि उपलब्ध कराई गई है। यह राशि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बैंक खातों में पहुंचेगी।
जिले के सभी विकासखण्डों के आंगनबाड़ी केंद्रों में जनप्रतिनिधियों के द्वारा गरम स्वादिष्ट भोजन परोसकर शुरूआत की गई। सोमवार को उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण एवं विधायक सरायपाली किस्मत लाल नंद ने सरायपाली के ग्राम पंचायत बलौदा के आंगनबाड़ी केंद्र में 15 वर्ष से 49 वर्ष की चिन्हांकित एनीमिक पीडि़त महिलाओं को और कुपोषित बच्चों को गरम स्वादिष्ट भोजन परोसा। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री के मंशानुरूप कुपोषण दूर करने तथा कोरोना जागरुकता हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा राशन, रेडी.टू.ईट का वितरण किया गया। विधायक ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि मध्यम और कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसी तरह एनीमिक पीडि़त महिलाओं और कुपोषित बच्चों को रोटी, हरी पत्तेदार सब्जी तथा मुनगा भाजी का नियमित रूप से सेवन कराएं। इसी तरह महासमुन्द जिला मुख्यालय से सटे ग्राम बेमचा के आंगनबाड़ी केन्द्र में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में गरम भोजन परोसने की शुरूआत हुई।