महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में देशभर में हाइवे जाम का असर महामसमुन्द जिले में भी देखने को मिला। किसानों ने जिले के कई इलाकों में एनएच पर चक्काजाम किया। किसानों के इस आंदोलन को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और चक्काजाम में शामिल हुए। किसान और कांग्रेसियों ने महासमुन्द जिले के एनएच 53 पर महासमुन्द ब्लॉक में पटेवा बस स्टैंड, पिथौरा ब्लॉक में सांकरा, बसना ब्लॉक में सिंघनपुर और एनएच 353 पर बागबाहरा ब्लॉक के खोपलीपड़ाव में चक्काजाम किया। इस दौरान घंटों यातायात बाधित रहा।
पटेवा बस स्टैंड के पास आयोजित चक्काजाम में आसपास के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। सुबह 11 बजे यहां चक्काजाम की शुरुआत हुई। यहां आयोजित सभा के पश्चात करीब डेढ़ घंटे तक किसान और कांग्रेस सडक़ पर बैठ गए। चक्का जाम को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई थी। पुलिस ने किसानों और कांग्रेसियों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस की समझाइश के बाद किसान वहां से हट गए। लेकिन कुछ देर बाद ही वे फिर से आकर एनएच पर बैठ गए। आखिरकार पुलिस ने जबरिया सभी को एनएच से हटाया। इस दौरान प्रशिक्षु डीएसपी अपूर्वा सिंह क्षत्रिय, पटेवा थाना प्रभारी मल्लिका बेनर्जी समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
इसके पहले आंदोलन को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल ने कहा कि केंद्र द्वारा लाया गया कृषि सम्बंधी कानून किसानों के लिए लाभकारी नहीं है। इस बिल का फायदा कॉरपोरेट घरानों को होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बिल को किसान हितैषी बता रही है। यदि बिल किसान हितैषी है तो देशभर के किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं। जरूर बिल में कोई खामी है। मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। जिले भर में किसान आंदोलन और चक्काजाम की स्थिति निर्मित होने के कारण एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। एनएच 53 में पटेवा, सांकरा और सिंघनपुर के पास सडक़ के दोनों ओर गाडिय़ों का जाम लग गया। आंदोलन समाप्त होने के बाद दोपहर 2 बजे के बाद पुलिस की मौजूदगी में गाडिय़ों को एक-एक कर रवाना किया गया। आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने इन स्थानों पर दो किमी पहले ही गाडिय़ों को रोका था।