महासमुन्द
![जिला स्तरीय टीचर नीड एनालिसिस ऑनलाइन प्रशिक्षण में 80 शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण जिला स्तरीय टीचर नीड एनालिसिस ऑनलाइन प्रशिक्षण में 80 शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16132998263.jpg)
महासमुन्द, 14 फरवरी। जिला स्तरीय टीचर नीड एनालिसिस ऑनलाइन प्रशिक्षण में प्रत्येक विकासखंड से 16 शिक्षकों के मान से 5 विकासख्ंाडों के लिए 80 शिक्षकों को दिनांक 1 फरवरी से 5 फरवरी तक आनलाईन प्रशिक्षण दिया गया।
प्रथम दिवस पर दोपहर 12 बजे से ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। प्रशिक्षण का प्रारंभ जिला मिशन समन्वयक सतीश कुमार नायर के द्वारा किया गया। तत्पश्चात एपीसी डीएन जांगड़े के उद्बोधन से सभी शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण के बारे में तथा विषय-वस्तु के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण का प्रारंभ रंभा जायसवाल ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की दिव्यांगतावार पाठ्यक्रम अनुकूलन की जानकारी दी। पाठ्यक्रम क्या है, पाठ्यक्रम के सिद्धांत, पाठ्यक्रम के प्रकार और दिव्यांग बच्चों के लिए पाठ्यक्रम अनुकूलन की आवश्यकता क्यों होती, पाठ्यक्रम अनुकूलन का उद्देश्य, इसके सम्बंध में चर्चा की गई।
मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के कार्यात्मक शिक्षण कौशल, व्यवहारिक कौशल, जीवन कौशल के पाठ्यक्रम में किस प्रकार का अनुकूलन किया जा सकता है और मानसिक मंद बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है, पर चर्चा हुई। तृतीय दिवस के प्रशिक्षण में मानसिक मंद बच्चों को सिखाए जाने वाले कार्यात्मक शिक्षण के बारे में एवं गणित, अंग्रेजी, हिंदी, पर्यावरण विषय का पाठ्यक्रम अनुकूलन आदि स सम्बंधित पाठ्यक्रम बताए गए। अनीता निर्मलकर ने सांकेतिक भाषा, भाषा का प्रयोग, संकेतिक भाषा के चिन्हों के बारे में शिक्षकों को बताया। सांकेतिक भाषा हिंदी, अल्फाबेट सांकेतिक भाषा गिनती 1 से 100 तक बच्चों को पाठ्यक्रम अनुकूलन की आवश्यकता की जानकारी दी गई। इस दौरान मोबिलिटी एंड ओरिएंटेशन की जानकारी दी गई तथा 21 प्रकार की दिव्यांगता के बारे में एवं चीन हैंड काइंड के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।