महासमुन्द
300 कर्मचारियों को दो माह का वेतन नहीं मिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। एक महीने में पालिका को 50 फीसदी टैक्स की वसूली करना है और यह पालिका के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। क्योंकि वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत नगर पालिका पिछले 11 महीने में करदाताओं से 50 फीसदी ही टैक्ट की वसूली कर पाई है।
टैक्स वसूली की रफ्तारी धीमी होने का असर पालिका के कामकाज पर पड़ रहा है। लिहाजा नगर पालिका अपने कर्मचारियों को दो महीने से वेतन भुगतान नहीं कर पाई है। यही नहीं कई आकस्मिक और पालिका निधि के तहत कराए जाने वाले कामों पर भी इसका असर पड़ रहा है। पालिका को इस वित्तीय वर्ष में करीब 3 करोड़ के टैक्स की वसूली करना है। इसके साथ ही पिछला बकाया एक करोड़ 59 लाख भी वसूलना है। प्रतिवर्ष पालिका 80 से 85 प्रतिशत ही टैक्स की वसूली कर पाती है। इसी वजह से बकाया राशि में लगातार वृद्धि हो रही है।
टैक्स की वसूली शत-प्रतिशत नहीं होने से शहर में मूलभूत काम व पालिका के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। अभी भी दो महीने का वेतन पालिका के कर्मचारियों का बकाया है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि पहले चरण में करदाताओं से अपील कर टैक्स जमा करने की अपील की गई थी। अब अगले एक महीने में टैक्स की राशि जमा करने के लिए कड़ाई की जाएगी। जो बड़े बकायादार हैं, उनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई भी की जाएगी। कर वसूली के नगर पालिका अगले एक महीने तक अभियान चलाएगी। इसके लिए नगर पालिका क्षेत्र में बकायादारों की सूची तैयार कर घर-घर जाएगी और उन्हें टैक्स के बारे में जानकारी देगी। टैक्स की राशि अदा नहीं करने वालों के नल कनेक्शन काटे जाएंगे।
नगर पालिका के राजस्व अधिकारी देव कुमार निर्मलकर ने बताया कि इस बार वसूली को लेकर पालिका सख्त है। इसी महीने से नगर पालिका टैक्स वसूली के लिए विशेष अभियान चलाएगी। फरवरी महीने में हर गली-मोहल्ले में मुनादी करा दी गई है। अब एक टीम गठित घर घर-घर जाकर टैक्स की वसूली करेगी। बता दें कि नगरपालिका के 300 कर्मचारियों को दो महीनों से वेतन नहीं मिला वेतन है। नगर पालिका संपत्तिकर, जल शुल्क, दुकानों का किराया, समेकित कर के माध्यम से पालिका के विभिन्न कर्मचारियों को वेतन देती है। लेकिन वसूली नहीं होने के कारण नगर पालिका के प्लेसमेंट और नियमित 300 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। पालिका विभिन्न प्रकार के छोटे काम को कराने के लिए आकस्मिक निधि और पालिका निधि से खर्च करती है।
अभी शहर में पाइपलाइन फूट गई है। ऐसे में पालिका को इन्हीं दो मदों से रिपेयरिंग करानी होगी। इस वित्तीय वर्ष में पालिका को नए व पुराने टैक्स मिलाकर करीब पांच करोड़ 41 लाख रुपए वसूली का लक्ष्य मिला है। इसमें वर्तमान का टैक्स तीन करोड़ व पुराना दो करोड़ 41 लाख रुपए शामिल है। पालिका ने 2020-2021 के वित्तीय वर्ष के 11 महीने में 50 प्रतिशत यानी एक करोड़ 50 लाख रुपए के टैक्स की वसूली कर ली है। अब एक महीने में पालिका को डेढ़ करोड़ की वसूली और करनी है। बकाया टैक्स की 81 लाख की वसूली नहीं हो पाई है।