विचार / लेख
-प्रकाश दुबे
मौसम में कुछ ठंडक है, और सियासत में उमस। पदयात्राओं के लिए आदर्श। दिसम्बर में पदयात्रा करने से साल भर का अनुशेष कम होने के साथ सेहत सुधरती है। अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाय एस राजशेखर रेड्डी की बेटी राजनीतिक सेहत सुधारने के लिए मकर संक्रांति से फिर पदयात्रा आरंभ करेंगी। पिछले दिनों तेलंगाना के मुख्यमंत्री की लाडली कविता पर आरोप मढ़ते हुए तैश में आकर तेलंगाना (अब भारत राष्ट्र पार्टी) के दफ्तर में कार चढ़ाने पर पुलिस ने हिरासत में लिया था।
भाई जगन आंध्र प्रदेश का मुख्यमंत्री है। तेलंगाना की मुख्यमंत्री बनने के लिए जारी पदयात्रा की आवागमन में बाधा नहीं डालने की शर्त पर अदालत ने अनुमति दी है। शर्मिला इन दिनों डाक्टरों की सलाह पर आराम कर रही हैं। ईसाई समुदाय ने शर्मिला से सावधान रहने कहा है। उनका आरोप है कि वायएसआर तेलंगाना पार्टी अध्यक्ष राजनीतिक स्वार्थ के लिए सांप्रदायिक ताकतों के हाथ में खेल रही हैं। इसका जरूर सदमा लगा होगा। दिवंगत राजशेखर रेड्?डी के दामाद और जगन्मोहन के जीजा ईसाई पादरी हैं।
पंडित और पठान
कहा तो यही जाता है कि काकटेल का नशा गहरा होता है। यही सोचकर समीर वानखेड़े ने शाहरुख पुत्र आर्यन को घेरा था। अदालत ने आर्यन को बेकसूर साबित किया और छापामार समीर को प्रशासन ने। अपनी राय थोपने का नशा राजनीति से बढक़र होता है। इस तरह के नशे का आनंद लेने वालों ने पठान के बहाने एक बार फिर शाहरुख खान पर हमला बोला है। दोनों में सही कौन है और गलत कौन? इसका फैसला अदालत करे, राजनीतिक, केन्द्र सरकार या प्रदेश प्रशासन? जिसे करना है, करता रहे। जाड़े के मौसम से जुड़ी अपनी चिंता औरों के लिए है। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने भारत को तेल देकर प्रधानमंत्री और भारत सरकार से दोस्ती गाढ़ी कर ली है। इस दोस्ती का आनंद दोगुना करने के लिए भारत में शानदार वोदका देश में उपलब्ध होगी। वोदका रूसी मादक पेय है जो गर्मी, जोश और जाने क्या क्या देने के लिए जग भर में प्रसिद्ध है। विदेशी शराब निर्माता कंपनी के साथ तीन हिन्दुस्तानी दोस्तों ने वोदका वितरण और बिक्री का करार किया है। 25 वर्षीय आर्यन और दो दोस्त वडवाइजर और कोरोना बीअर भी बेचेंगे।
अच्छे दिन
प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल में उलटफेर किए बिना ताश कर गड्डी फेंटी। 35 मंत्रियों के अच्छे दिन आए। छोटे परदे से लेकर बड़े मंत्रिमंडल तक महत्वपूर्ण स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य से पहले शपथ लेने वाले डा वीरेन्द्र कुमार, न्यायपालिका को आए दिन नसीहत देने वाले किरेन रिजीजू आगे की कतार में बैठेंगे।
हिमाचल प्रदेश में सरकार जाने से पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की साख पर जो भी असर पड़ा हो, संवाद माध्यमों पर नजऱ रखने वाले अनुराग सिंह ठाकुर का मान बढ़ा है। इन सबको लोकसभा में नए आवंटित किए हैं। तेलंगाना सरकार को हड़ाकने वाले किशन रेड्?डी, अपना दल-पटेल की अनुप्रिया और स्वास्थ्य राज्य मंत्री डा भारती प्रवीण पवार इस लोकसभा में आगे के आसनों पर बैठने लगी हैं। इस तरह समझिए कि स्मृति ईरानी पहले पहले भी पहली कतार में 188 नंबर के आसन में यानी तीसरे खंड में बैठती थी। अब वे दूसरे खंड में आसन क्रमांक-99 में मुस्कराती और लताड़ पिलाती नजर आएंगीं। और आसानी से समझ लें। वे प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री के अधिक निकट आ गई हैं जो खंड-एक में विराजमान होते हैं।
पर कुतरें?
संसद और विधानमंडलों के अधिवेशन क्रिसमस तक चलेंगे या नहीं? यह बताने वाले हम कौन होते हैं? अधिकांश होटलों पर क्रिसमस का रंग चढ़ चुका है। दिल्ली में तो कथित शराब घोटाले का नशा भी उतरने लगा है। भले ही इसमें उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया से लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री की विधायक बेटी तक आरोपों के दायरे में क्यों न हों? दिल्ली नगरनिगम चुनाव में आम आदमी पार्टी जीती। सरदार पटेल मार्ग पर किराए की इमारत में भारत राष्ट्र पार्टी का दफ्तर खुला। आबकारी नीति घोटाले पर कल्पना की तरंग में उड़ते खबरिया चैनलों का नशा दिल्ली उच्च न्यायालय ने उतारा।
अदालत ने चेतावनी दी कि केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की अधिकृत प्रेस विज्ञप्ति के दायरे में रहो। चैनलों के संगठन न्यूज ब्राडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टेंडर्ड ने असहायता दिखाई। कहा-हमें नियंत्रण का अधिकार नहीं है। न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने दो टूक सवाल किया-संगठन बर्खास्त क्यों न कर दिया जाए? कार्रवाई रपट अदालत में पेश करने का निर्देश दिया। यह जानते हुए कि वर्ष 2019-20 में एनबीडीए के अध्यक्ष रजत शर्मा थे। सोचो।
(लेखक दैनिक भास्कर नागपुर के समूह संपादक हैं)