राजनांदगांव
कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह डुबकी और दोपहर बाद मेले में उमड़ेगी भीड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 नवंबर। अंचल के प्रसिद्ध मोहारा मेले की तैयारी शुरू हो गई है। 7 से 9 नवंबर तक चलने वाले तीन दिनी मेले के लिए मोहारा तट सजकर तैयार है। मेला स्थल में झूला, होटल और अन्य कारोबार के लिए जगह तय कर दिया गया है। नगर निगम प्रशासन ने शिवनाथ नदी पर स्थित मोहारा तट की साफ-सफाई कर दी है। 8 नवंबर को मुख्य मेले का आयोजन होगा। इस दिन लाखों की तादाद में मेला का लुत्फ उठाने के लिए लोग पहुंचेंगे।
मोहारा तट पर हर साल भव्य मेले का आयोजन होता है। मेले में अलसुबह कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। वहीं दोपहर बाद मेले का लुत्फ उठाएंगे। हालांकि 7 नवंबर से मेले की औपचारिक शुरूआत होगी। जिला प्रशासन द्वारा मेले के आयोजन को लेकर विधिवत तारीख तय कर दी गई है। मेले के आखिरी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मेला का समापन होगा। शिवनाथ नदी के तट पर आयोजित होने वाले मोहारा मेले में बाहरी क्षेत्रों के लोग पहुंचते हैं। एक अनुमान के मुताबिक मेले में एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने के आधार पर तैयारी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि मोहारा मेला में भव्य झूले लगाए जा रहे हैं। वहीं होटल कारोबारियों के लिए भी जगह निर्धारित कर दिया गया है। यातायात के लिहाज से व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में रूट तय किया गया है। बताया जा रहा है कि मेले के चलते बालोद और डौंडीलोहारा जाने वाली बसों का रूट बदल दिया जाएगा। पिछले कुछ सालों से मेले में अपार जनसैलाब उमड़ता रहा है। हालांकि कोरोना के कारण पिछले दो साल मेले का उत्साह ठंडा था। वैश्विक महामारी का असर कम होने के बाद इस साल जनसैलाब उमडऩे की संभावना जाहिर की जा रही है।