दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 जनवरी। सर्व आदिवासी समाज द्वारा नारायणपुर में हुए धर्मांतरण के विरोध में गुरुवार को दंतेवाड़ा बंद का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला मुख्यालय समेत समूचे जिले में जन-जीवन पूर्णतया ठप्प हो गया था। दुकानों में सुबह से ही ताले लटके रहे। शाम 5 बजे के बाद दुकानेंं खुली। इसके बाद नागरिकों नें आवश्यक वस्तु की खरीदी की।
मोखपाल बाजार से लौटे व्यापारी
साप्ताहिक बाजार मोखपाल जाने वाले व्यापारियों को पूर्व सूचना के नहीं थी। इसके फलस्वरुप व्यापारी गुरुवार को मोखपाल बाजार स्थल पहुंचे। जहां उन्हें बाजार बंद होने की जानकारी मिली। सूचना मिलने पर व्यापारियों को वापस लौटना पड़ा।
धान खरीदी केंद्रों में धान में कमी
मोखपाल के धान खरीदी केंद्र में दंतेवाड़ा बंद की वजह से किसानों में भ्रम की स्थिति बनी।अनेक किसानों द्वारा पूर्व निर्धारित दिन धान नहीं लाया जा सका। जिससे धान खरीदी केंद्र में धान की आवक कम रही। वही किसानों को भी एक अवसर गंवाना पड़ा। लैम्प्स प्रबंधक जगदीश किरनापुरे ने बताया कि बंद की वजह से धान की आवक कम है।
शांतिपूर्ण रहा बंद
इस दौरान जिले में कानून व्यवस्था चुस्त रही। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने छत्तीसगढ़ को बताया कि बंद के दौरान पूर्णतया शांति का वातावरण था। कोई भी अप्रिय वारदात नहीं हुई।
गौरतलब है कि पुलिस द्वारा जिले के सीमाई इलाकों में मोबाइल चेक पोस्ट लगाया गया था। जिसमें वाहनों की जांच की गई। अवांछित तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी पुलिस के जवान दिनभर मुस्तैदी से जुटे रहे। जिससे कानून व्यवस्था चाक-चौबंद रही।