राजनांदगांव
खडग़े ने ठेकवा में भरोसे का सम्मेलन को किया संबोधित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 सितंबर। छत्तीसगढ़ में बीते पांच सालों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। नीति आयोग की रिपोर्ट देखें तो बीते पांच सालों में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। हमारी सरकार ने जनता से जो भी वायदे किए, उन्हें सरकार ने पूरा किया। यह बात राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठेकवा में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में कही। सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की।
इस दौरान 355 करोड़ 23 लाख रुपए के 1867 विकास कार्यों के लोकार्पण व भूमिपूजन की सौगात राजनांदगांव के निवासियों को दी। साथ ही हितग्राहियों को 3 करोड़ 25 लाख रुपए की सामग्री का भी वितरण किया गया।
इस मौके पर श्री खडग़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार गरीबों की, पिछड़ों की और किसानों की सरकार है। एक जमाना था जब बहुत कम धान किसानों से खरीदा जाता था। इस साल एक लाख सात हजार मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। 19 लाख किसानों का ऋण माफ कर दिया गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को फसल का उचित मूल्य मिला। इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ किए गए। लघु वनोपज हम लोग खरीद रहे हैं। आदिवासियों को वनाधिकार दिया गया।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया। केंद्र सरकार ने भी छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की बहुत प्रशंसा की। श्री खडग़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है। लोग बहुत सरल, सहज हैं। उन्होंने महंत घासीदास, ठाकुर प्यारेलाल, किशोरीलाल शुक्ल, दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी कन्हैयालाल, गुरू घासीदास और शहीद वीरनारायण सिंह का भी नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमने सबको खाद्य सुरक्षा देने का कार्य किया। सबका राशन कार्ड बन रहा है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदने वाले हैं। कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं। आज गौपालक हो, किसान हो, बेरोजगार साथी हो, हम विभिन्न योजनाओं से सबके खाते में पैसे डाल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आम जनता को ताकतवर बनाने का काम करते हैं। हमने निर्णय किया है कि सात लाख लोगों को पक्की छत देना है। अभी जो सामाजिक आर्थिक सर्वे कराया है, उसमें 47 हजार लोग ऐसे मिले हैं, जिन्हें मकान चाहिए, उन्हें मकान दिलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन द्वारा शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने के लिए काम किया गया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम पुन: आरंभ की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार कुमारी शैलजा, छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव तथा संस्कृति एवं जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, सांसद बस्तर दीपक बैज, कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर, पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, आदिम जाति कल्याण मंत्री मोहन मरकाम, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा, संसदीय सचिव इंद्रशाह मंडावी, विधायक डोंगरगांव दलेश्वर साहू, विधायक डोंगरगढ़ भुनेश्वर शोभाराम बघेल, विधायक खुज्जी छन्नी चन्दू साहू, विधायक खैरागढ़ यशोदा निलाम्बर वर्मा, महापौर हेमा देशमुख, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम अध्यक्ष धनेश पाटिला, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग अध्यक्ष जितेन्द्र उदय मुदलियार, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग तेजकुंवर नेताम, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव अध्यक्ष नवाज खान, अध्यक्ष रानी सूर्यमुखी देवी राजगामी संपदा न्यास विवेक वासनिक, सरपंच गुंजा साहू, समाजसेवी पदम कोठारी उपस्थित थे।