राजनांदगांव
सुबह से घरों के सामने पुलिस बल की तैनाती का विरोध किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 सितंबर। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के राजनांदगांव जिला आगमन पर कांग्रेस सरकार ने भाजयुमो नेताओं को घरों में नजर बंद करने की कोशिश की। शुक्रवार सुबह 6 बजे से भाजयुमो जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह भाजयुमो के अन्य पदाधिकारियों के घरों के बाहर पुलिस बल तैनात रहा। इस घेराबंदी को लेकर मोनू बहादुर ने कांग्रेस से सवाल पूछा है कि आखिर मुख्यमंत्री को किस बात का डर था।
उन्होंने कहा कि नि:संदेह जिस तरह सीएम बघेल जनता से झूठे वायदे कर रहे हैं, उसी तरह वे अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी सच छिपाना चाहते हैं। यही कारण दिखता है कि उन्होंने विपक्ष के युवा नेताओं को नजरबंद कर दिया गया, ताकि कोई विरोध प्रदर्शन न हो। मोनू ने कहा कि जो राजनीतिक दल लोकतंत्र की दुहाई देता है। वहीं दूसरी ओर नेताओं को नजरबंद कर लोकतंत्र को नकार देता है। यही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस का दोहरा चेहरा और कुंठित मंशा है। उन्होंने कहा कि सुमित भाटिया सहित भाजयुमो नेता गोलू सूर्यवंशी, प्रखर श्रीवास्तव सहित अन्य प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं के घर पर पुलिस बल तैनात किया गया था।
मोनू ने कहा कि सीएम भूल गए होंगे, लेकिन जनता नहीं भूली कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई जैसे उपकरणों के लिए घोषणा की थी। आधा साल बीतने को है, लेकिन यह उपकरण नहीं मिले। अलबत्ता इस सरकार ने अपनी हठधर्मिता से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा दी है। नर्सेस और पीजी डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे ऑपरेशन और मरीजों का ईलाज प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यही नहीं भेंट-मुलाकात में घोषित भवनों का अता-पता नहीं है। हल्दी-सुरगी सडक़ का हाल जस का तस है। बात यहीं खत्म नहीं होती।
अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ के लिए दो करोड़ देने का वायदा करके भी मुख्यमंत्री भूल गए। इन वायदा खिलाफियों से हर वर्ग में आक्रोश है। विधानसभा चुनाव में जीत कांग्रेस का ख्याली पुलाव है।