दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 28 जनवरी। कीटनाशक पीकर कोमा में गए आदिवासी युवक का एनएमडीसी अपोलो अस्पताल, बचेली में सफल इलाज हुआ। स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर वह अपने घर खुशी-खुशी चला गया।
ज्ञात हो कि दिसम्बर 2023 को बचेली में निवासरत आदिवासी युवक को बेहोशी की हालत में नजदीक के एनएमडीसी अपोलो अस्पताल, बचेली में बेहद गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया।
डॉक्टरों द्वारा पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त युवक ने किसी कारणवश अपने घर पर कीटनाशक का सेवन किया है। उक्त युवक के शरीर में पूरा जहर फैल गया एवं उसके आंतरिक अंगों ने बिल्कुल काम करना बंद कर दिया तथा वह कोमा में जाने लगा। एनएमडीसी अपोलो अस्पताल बचेली के डॉक्टरों ने बिना किसी देरी के मरीज का इलाज प्रारंभ किया और उसे वेन्टीलेटर सपोर्ट पर रखा गया।
मरीज की हालत स्थिर बनी हुई थी एवं उसके बचने के आसार बहुत ही कम दिख रहे थे। पूरे छ: दिनों तक वेन्टीलेटर सपोर्ट में रहने के पश्चात शेखर नाग की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगा और वह पूरे 15 दिवस अस्पताल मे रहने के पश्चात पुन: स्वस्थ हो पाया।
एनएमडीसी अपोलो अस्पताल, बचेली के मुख्य चिकित्सा प्रशासक, डॉ एस. एम. हक ने बताया कि युवक के पूर्णत: स्वस्थ होने के पीछे अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ कमश: डॉ. पी.सी. महन्ता, वरिष्ठ मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. एम. गोपीनाथ, मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. सौम्या, मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. भरत कुमार, निश्चेतना विशेषज्ञ, डॉ. शिरीशा, निश्चेतना विशेषज्ञ व कैसुअल्टी के डॉक्टर एवं स्टाफ आदि के अथक परिश्रम का परिणाम है, जिससे मरीज पुन: स्वस्थ हो सका। उन्होंने इस बात से भी अवगत कराया कि एनएमडीसी परियोजना हमेशा से ही स्थानीय आदिवासी मरीजों की बेहतर चिकित्सा सुविधा हेतु निरंतर प्रयासरत रहती हैं ।