धमतरी

7 महीने में 92 हजार की जांच, 29 मलेरिया पॉजिटिव की पुष्टि, 6 गांव अति संवेदनशील
26-Jul-2024 2:48 PM
 7 महीने में 92 हजार की जांच, 29 मलेरिया  पॉजिटिव की पुष्टि, 6 गांव अति संवेदनशील

सुभाष साहेब

धमतरी,  26 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। धमतरी जिले में बारिश के मौसम में डेंगू-मलेरिया को लेकर खतरा बढ़ गया है। बीते साल जुलाई में ही 100 से ज्यादा मलेरिया के केस मिले थे, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस साल विशेष प्लान बनाकर फील्ड में काम किया जा रहा है। 

मच्छरों से बचाव के लिए 42 हजार लोगों को मेडिकेटेड मच्छरदानी बांटी है। छ: संवेदनशील गांवों में पैनी नजर रखी जा रही है। छ: महीने में 90 हजार से ज्यादा लोगों का ब्लड स्लाइड बनाकर मलेरिया जांच की, जिसमें अब तक 29 केस मिले हैं। 

सीएमएचओ डॉ. उत्तम कौशिक ने कहा बारिश में मलेरिया उन्मूलन कामों पर सर्वाधिक फोकस है। 42 हजार से ज्यादा मेडिकेटेड मच्छरदानी बांटी हैं। डबरी, तालाबों में लार्वा भक्षी गंबूजिया मछली भी डाली हैं। 

स्वास्थ्य विभाग ने मौसम के मिजाज को देखते हुए मलेरिया के लिए 6 गांवों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा है। इसमें नगरी के खल्लारी, बेलरगांव, मेचका, धमतरी के गंगरेल बांध के डूबान अरौद और मगरलोड के सिंगपुर, करेली छोटी चिन्हांकित हैं। बीते साल भी इन्हीं गांवों से मलेरिया के केस मिले थे। इन गांवों के अलावा इसके आसपास के गांवों पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम की नजर है। 42 हजार मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण हुआ है।

जिले में शासन ने जीरो मलेरिया धमतरी के लिए- 2047 का लक्ष्य दिया है, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी 370 ग्राम पंचायतों के 623 गांवों में मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए हर घर और परिवार की सेहत पर नजर रख रही है। जनवरी से जून तक बुखार पीडि़त 92 हजार 79 लोगों की ब्लड स्लाइड बनाकर जांच की गई, जिसमें से 29 लोग पॉजिटिव मिले। उपचार के बाद अब ये मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। हर महीने 15 हजार ब्लड स्लाइड जांच का लक्ष्य लेकर विभाग फील्ड में काम कर रहा है। 

साल दर साल घटता-बढ़ता मलेरिया के केस
साल जांच पॉजिटिव
2019 171315 573
2020 116822 627
2021 89259 187
2022 145867 255
2023 202180 318
ये हैं 3 प्रकार के मच्छर, जो हमारे लिए खतरनाक
क्यूलेक्स- खेतों में गंदे पानी में पैदा होते हैं। सिर्फ 1 केस मिला था। फिलहाल इसका संक्रमण अभी नहीं है।
खतरा- जापानी बुखार
एनाफिलीज- शहर व ग्रामीण क्षेत्र के नाली, गड्ढों के गंदा पानी में पैदा होते है। इसका प्रकोप बारिश व ठंड सीजन में ज्यादा होता है।
खतरा- मलेरिया
एडीज- साफ पानी में पैदा होते है। डिस्पोजल में यदि 7 दिन तक पानी भरा होगा, वहां भी यह मिल जाएगा।
खतरा- डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया 
मच्छर पनप रहे हैं इसलिए रहें सावधान
- बारिश के बीच मौसम में उतार-चढ़ाव होने के कारण सावधान रहें।
- गंदगी होने पर सफाई पर ध्यान दें, क्योंकि दवा छिडक़ाव नहीं करने की स्थिति में मच्छर पनपते हैं। यही मलेरिया फैलाते हैं। - किसी प्रकार का बुखार, सिर दर्द होने पर मितानिन, डॉक्टर से संपर्क करे। खून की जांच करवाएं।
- मलेरिया से बचने मच्छरदानी का उपयोग करें, क्योंकि बिजली बंद होने पर रात में मच्छरों के काटने का खतरा ज्यादा होता है।

 

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