धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 27 जुलाई। धमतरी सहित प्रदेशभर में बारिश का सिलसिला हफ्तेभर से जारी है। कैचमेंट एरिया कांकेर में 24 घंटे में 34.8 मिमी बारिश हुई, जबकि अब तक 643.1 मिमी बारिश होने से गंगरेल बांध में पानी की आवक बढ़ गई है। आज बांध में 7 हजार 533 क्यूसेक पानी की आवक प्रति सेकंड हो रही थी। वर्तमान में गंगरेल बांध 18.601 टीएमसी भर गया है। गंगरेल के सहायक बांध मुरूमसिल्ली, सोंढूर और दुधावा बांध में भी पानी की आवक हो रही है।
भू-अभिलेख शाखा के मुताबिक जिले में 24 घंटे में 35.8 मिमी बारिश हुई है। 43.7 मिमी बारिश धमतरी तहसील में हुई, जबकि कुरूद में 36.0 मिमी, नगरी में 36.2मिमी, बेलरगांव में 27.8 मिमी, भखारा में 29.0, मगरलोड में 34.7 और कुकरेल में 43.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। इधर मौसम विभाग ने 20 जुलाई यानी आज मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है।
धान की पैदावार में जिला आगे
जिला पूरी तरह से खेती किसानी का जिला है। 90 फीसदी से ज्यादा किसान धान की फसल लेते हैं। धान की फसल के लिए भरपूर पानी की जरूरत पड़ती है, इस बार जिस तरह से बारिश हुई है उसे देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि धान की पैदावार अच्छी होगी। कृषि विभाग भी अच्छी बारिश से खुश है और जिले के धान के रकबे से अच्छा उत्पादन होने का अनुमान लगा रही है। इस बारिश को जिले के कृषि के लिए और पूरी अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत बताया है।
भारी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी और उससे लगे तटीय बांग्लादेश और गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है। इसके साथ उपरि हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है तथा यह दक्षिण पश्चिम की ओर ऊंचाई के साथ झुका हुआ है। इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए गंगेटिक पश्चिम बंगाल और झारखंड की ओर अगले दो दिन में आगे बढऩे की संभावना है। मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, रोहतक, दिल्ली, आगरा, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर निम्न दाब ऊंचाई तक विस्तारित है। एक विंड शियर जोन 18 डिग्री उत्तर में 5.8 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है।
भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।
फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रतिकूल मौसम, सूखा, बाढ़, जलप्लावन, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं से किसानों को होने वाली नुकसान से राहत दिलाई जाती है। उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने बताया कि शासन द्वारा खरीफ वर्ष 2024 के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है तथा बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2024 निर्धारित की गई है। इस योजना के तहत किसान मुख्य फसल धान सिंचित, असिंचित तथा अन्य फसल मक्का, उड़द, कुटकी इत्यादि फसलों का बीमा करा सकते हैं।
जिले में अब तक 591.9 मिमी बारिश
तहसील- बारिश मिमी में
धमतरी- 576.8
नगरी- 784.0
कुरूद- 493.9
मगरलोड- 468.0
भखारा - 466.2
कुकरेल -628.2
बेलरगांव -726.1
औसत -591.9