महासमुन्द
![सेवानिवृत्ति के बाद पीएफ के पैसे से स्कूल में हॉल का निर्माण करवा रही सुमित्रा सेवानिवृत्ति के बाद पीएफ के पैसे से स्कूल में हॉल का निर्माण करवा रही सुमित्रा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1616411368.jpg)
12 लाख लागत पर बनने वाले कक्ष का उपयोग योग के लिए होगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 मार्च। शहर की एक शिक्षिका सुमित्रा तिवारी सेवानिवृत्ति के बाद इन दिनों अपने पीएफ के पैसे से स्कूल में हॉल का निर्माण करवा रही हैं, ताकि उस हॉल में योग सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित की जा सके। हॉल का निर्माण भी शुरू हो चुका है। वह रोजाना यहां आकर काम का निरीक्षण करती हैं और मजदूरों को आवश्यक दिशा निर्देश भी देती हैं।
ज्ञात हो कि निर्माणाधीन हॉल की लागत करीब 12 लाख रुपए है, लेकिन इससे भी अधिक खर्च होने पर शिक्षिका ने राशि वहन करने की बात कही है। शिक्षिका शहर के गुडरूपारा निवासी हैं और 2019 में वे सेवानिवृत्त हुई हैं। उन्होंने शासकीय आशी बाई गोलछा कन्या शाला में लगभग 11 साल सेवाएं दी है। यहां वे खेल शिक्षक के तौर पर पदस्थ थीं। इस दौरान योग प्रतियोगिताएं व शिविर का आयोजन इनके स्कूल में होता था। स्कूल का हॉल बहुत छोटा व जर्जर था, जहां न सही ढंग से सूर्य के प्रकाश आता था और न ही ताजा हवा आती थीं। इसी दौरान उन्होंने अपने स्कूल में हॉल निर्माण कराने की बात ठान ली थी। लेकिन सुमित्रा तिवारी का वर्ष 2015 में प्रमोशन डाइट में हो गया था। डाइट में सेवा देते हुए सुमित्रा तिवारी वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हुईं।
सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने पुराने जर्जर कक्ष को तोडक़र वहीं नया हॉल बनाने के लिए शाला विकास समिति के पास प्रस्ताव रखा। चूंकि यह पीडब्लूडी के अंतर्गत आता है इसलिए डिस्मेंटल सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। ऐसे में इसका प्रस्ताव कलेक्टर के पास भेजा गया। कलेक्टर ने भवन के डिस्मेंटल की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की गई। लेकिन टीम जांच के लिए आ ही नहीं रही थी। हर अधिकारी कहता मेरे पास टाइम नहीं है। आखिरकार तीन महीने बाद जांच हो पाई और सर्टिफिकेट मिल गया। फिर शुरू हुआ कक्ष निर्माण और अब वह पूर्णता की ओर है।