दन्तेवाड़ा
कुछ राहत देने प्रशासन से गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 21 मई। पिछले एक माह से अधिक हो चुका है बचेली नगर सहित दंतेवाड़ा में लॉकडाउन लगा हुआ है। तीसरी बार लगे लॉकडाउन में कुछ दुकाने खोलने की अनुमति मिली, लेकिन चौपाटी, ठेले पर चाट-समोसे की दुकान व अन्य छोटे व्यवसायों को अनुमति नहीं मिली है।
किसी होटल या रेस्टोरेंट के बजाय नगर की चौपाटी, गलियों व नुक्कड़ों में ठेला के सामने चटपटे स्वाद का लुप्त उठाने वाले लोग इन दिनों मायूस है लेकिन उनसे कहीं ज्यादा वे लोग परेशान हो चले है जो स्वादिष्ट व्यंजनों को बेचने अपनी दुकानें नहीं खोल पा रहे है। पिछले एक माह से अधिक हो रहा है और चौपाटी बंद है। इसके चलते इस व्यवसाय से जुड़े लोग काफी हताश व परेशान हंै, घर की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। जिन्हें दुकान खोलने की अनुमति नहीं मिली है उनमें एक वर्ग ऐसा ही जिनकी जीविका का साधन उनके ठेले का व्यवसाय है। कोई चाट, गुपचुप तो एग रोल, कोई चाउमीन तो कोई समोसा भजिया, इडली डोसा बेचकर अपना व परिवार का पेट पालते हैं। अब इनके सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है।
इस चौपाटी में करीब 30-35 दुकानें हंै। इस व्यवसाय से जुड़़े लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है ऐसे में सरकार द्वारा दी जा रही चावल व अन्य लाभ नहीं ले पा रहे है और अगर दुकान से राशन खरीदना चाहे तो इनके पास पैसे नहीं है। ऐसा ही बुरा हाल नाई वालों का है।
ऐसे में लेाग जिला प्रशासन से बार-बार इन व्यवसाय को शुरू करने की मंाग कर रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ दुकानों को खोलने निर्धारित समय दिया गया है, हमें भी समय देकर खोलने की अनुमति दी जाये। इस लॉकडाउन में हमारी आर्थिक स्थिति बहुत अधिक बुरी हो चुकी है, घर, परिवार का पालन का पोषण करने में दिक्कतें आ रही है।
लोगों का कहना है कि हमारी क्या गलती, प्रशासन से राहत नहीं मिली तो परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो जाएगा। या फिर कम से कम पार्सल सुविधा की अनुमति दी जानी चाहिए। इससे परिवार का परिवार का खर्च निकलेगा। पिछले वर्ष लॉकडाउन के समय में एनएमडीसी व पालिका द्वारा राशन व अन्य जरूरत की चीजे दी गई थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं।
वाहन मरम्मत, किराना, ऑप्टीकल, मटन दुकान, इलेक्ट्रानिक दुकानें खुल रही हैं। साथ ही निर्माण कार्य भी चल रहा है सभी जगहों पर भीड़ हो रही है ऐसे में चौपाटी वालों की दुकानें बंद करने से दिक्कतें आ रही है।