दन्तेवाड़ा
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 4 जून। किरंदुल जाने वाली मार्ग पर ग्राम पाढ़ापुर एनएमडीसी टेलिंग के पास मुख्य मार्ग किनारे लगाये सैकड़ों पौधे देखरेख की अभाव में सूख रहे व बढ़ नहीं पा रहे हंै।
वर्ष 2007 में वन विभाग द्वारा लाखों रूपये खर्च कर सैकड़ों पौधों का रोपण किया गया था। इन 13 वर्षों में पौधों की ऊंचाई डेढ़ से ढाई मीटर ही हुई है। पौधों की सुरक्षा नहीं है, न तो किसी प्रकार का घेरा किया गया है और न ही कोई जालियां लगी है खुले में पौधे है। गाय व अन्य जानवर उसे खा जाते हैं। इस कारण लगाए गए पौधे देखरेख के अभाव में सूख रहे हंै और बढ़ नहीं पा रहे। विभाग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
बताया जाता है कि उस वक्त एनएमडीसी के फंडिंग से यहां पौधारोपण किया गया था। इस क्षेत्र को घेरा लगाकर इस देखरेख करने पर आने वाले समय में पौधों में वृद्धि होगी तथा पर्यावरण संरक्षण में अनुकूल होंगे।
वहीं इसी स्थान के थोड़ी दूर पर पिछले दो वर्षों से वन जल संरक्षण समिति एवं स्थानीय बालिका पर्यावरण कार्यकर्ता नंदिनी दीक्षित द्वारा पौधारोपण किया जा रहा है। एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान भी चलाया जा रहा है, जिससे लगातार लोग जुड़ रहे हैं। इसके अलावा नंदिनी ने पर्यावरण संरक्षण के उदेश्य से फ्राइडे फॉर फयूचर अभियान भी चलाया था, जिसमें लगातार इन सभी सामूहिक जागरूकता की मुहिम को लगातार जनसंपर्क प्राप्त हो रहा।
नंदिनी की पहल की केन्द्रीय मंत्री ने की थी प्रशंसा
बचेली की 18 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद नंदिनी दीक्षित द्वारा नगर में शहीदों के नाम पेड़ लगाने के संकल्प की केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर नंदिनी के पहल की प्रशंसा की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि हमारे देश के युवाओं को हमारे शहीदों की याद में इस तरह के विचारशील, रचनात्मक और जलवायु के अनुकूल पहले के लिए गर्व है।