दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 जुलाई। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ महिला कोष के अंतर्गत संचालित महत्वाकांक्षी योजना ‘‘सक्षम योजना‘‘ का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं अथवा जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है, 35 से 45 आयु वर्ग की अविवाहित अथवा कानूनी तौर पर तलाकशुदा महिलायें, ग्राम पंचायत या सामाजिक संस्था द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर परित्यक्ता महिलायें जो कि आर्थिक संकट में जीवन यापन कर रहीहै। उन्हें स्वयं का व्यवसाय आरंभ करने हेतु ऋण प्रदायकर आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर तथा सामाजिक रुप से सम्मानजनक, स्वावलम्बी व समृद्ध जीवन के अवसर उपलब्ध कराना है। इस योजना में 6.50 प्रतिशत साधारण ब्याज की दर पर रुपये 1 लाख रुपये तक का ऋण 5 वर्षों के लिये आसान किस्तों हेतु स्वीकृत किया जाता है।
सुनीता उईके पति लुधरू राम निवासी कतियारास जिला दंतेवाडा जो कि गरीबी रेखा के अंतर्गत जीवनयापन कर रही हैं ।अपने आप को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से उषा सिंह, पर्यवेक्षक से संपर्क हुआ। 80 हजार रुपये सब्जी की दुकान खोलने हेतु ऋण स्वीकृत किया। जिसके माध्यम से श्रीमती सुनीता उईके ने दंतेवाड़ा में ठेले लगाकर एवं साप्ताहिक बाजार के दिन सब्जी बेचती है। दुकान खोलने के पश्चात 10 हजार रुपये प्रतिमाह आय प्राप्त कर रही हैं। स्वयं के साथ 5 सदस्यीय परिवार का संचालन करते हुए समाज मे स्वावलम्बी बनकर सम्मानजनक जीवनयापन कर रही है।
सुनीता कश्यप, निवासी कतियाररास,गरीबी रेखा के अंतर्गत जीवनयापन कर रही हैं। स्वावलंबी बनने के उद्देश्य से उषा सिंह, पर्यवेक्षिका से संपर्क हुआ। 80 हजार रुपये आटो सर्विस सेंटर दुकान खोलने हेतु ऋण स्वीकृत किया। सुनिता आटो सर्विस सेंटर खोलने के पश्चात प्रति माह 12-15 हजार रूपये आय अर्जित कर रही है। एक मोटर मेकेनिक को भी रोजगार उपलब्ध करवाया है। इसके साथ ही वे अपने बच्चों को इंगलिश मीडियम स्कूल में शिक्षा देते हुए परिवार का भरण पोषण कर रही है।
स्वाती भदौरिया, निवासी कतियाररास इनका परिवार गरीबी रेखा के अंतर्गत जीवन यापन कर रहा है। इन्होने अपने आप को स्वावलंबी एवं सक्षम बनाने के उद्देश्य से सक्षम योजना अंतर्गत कपड़े की दुकान खोलने हेतु आवेदन किया। जिसमें 80 हजार रुपये स्वीकृत किया गया। आज यह महिला व्हॉटसएप ग्रुप में महिलाओं को जोडक़र ऑनलाईन महिलाओं के कपड़े बेच रही है। प्रतिमाह 10-12 हजार रूपये आय अर्जित कर अपने परिवार के साथ सम्मानजनक जीवन जी रहीं है।
मानबती वैष्णव, निवासी कतियाररास गरीबी रेखा अंतर्गत जीवन यापन करने वाला परिवार, इनके पास आय का कोई साधन नहीं था। इनके पति घर से बाहर काम करने जाने से मना करते थे। ऐसे में महिला एवं बाल विकास विभाग की सक्षम योजना इनके लिए वरदान साबित हुआ। वैष्णव को योजना अंतर्गत 1 लाख रूपये किराना दुकान हेतु स्वीकृत किया गया। आज वे अपने पति के साथ कंधे से कन्धा मिलाते हुए प्रतिमाह 8-10 हजार रूपये आय अर्जित कर सम्मानजनक जीवन यापन कर रही है।
सरस्वती नाग, निवासी कतियाररास दंतेवाड़ा इनका परिवार गरीबी रेखा अंतर्गत जीवन यापन करता है। कतियाररास की अन्य महिलाओं को देखकर सरस्वती ने भी स्वावलंबी होने कदम आगे बढ़ाया। उन्होंनें सीमेंट ईट निर्माण हेतु सक्षम योजना अंतर्गत आवेदन किया। विभाग द्वारा 60 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत किया गया। राशि स्वीकृति के पश्चात ईंट निर्माण कर प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मकान निर्माण करने वाले हितग्राहियों को ईंट बेचकर प्रतिमाह 13-14 हजार आय प्राप्त कर रही है। साथ ईंट निर्माण में 2 मजदूरों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है। वर्तमान में अपने परिवार का भरण पोषण करते हुए स्वावलंबी जीवन यापन कर रही है।