विचार / लेख

म्यूटेशन की हकीकत
24-Dec-2020 1:44 PM
म्यूटेशन की हकीकत

-गिरीश मालवीय

ब्रिटेन वालों को वायरस का एक और नया स्ट्रेन मिला है। यह कुछ दिनों पहले मिले दूसरे स्ट्रेन से भी ज्यादा संक्रामक है, भारत समेत सारी दुनिया ब्रिटेन आने-जाने को प्रतिबंधित कर रही है और ब्रिटेन वाले कह रहे हैं कि ये नया स्ट्रेन दक्षिण अफ्रीका से आया है। वे दक्षिण अफ्रीका की फ्लाइट पर बैन लगा रहे हैं !

मतलब यह चल क्या रहा है ?

सबसे बड़ी बात तो यह है कि क्या वायरस में यह म्यूटेशन होना दिसंबर में ही शुरू होगा? ‘अरे भाई ये म्यूटेशन तो वायरस में शुरू से ही हो रहा है आप क्या सोचते है कि वायरस इस बात का इंतजार कर रहा होगा कि कब डब्ल्यूएचओ घोषणा करे और मंै म्यूटेशन की प्रक्रिया स्टार्ट कर लूं।’

आपको याद नहीं होगा इसलिए मैं याद दिला देता हूँ जब अप्रैल 2020 में इंदौर-गुजरात में मौत के आंकड़े अचानक तेजी से बढ़े तो कहा गया था कि इसकी वजह कोरोना का एल-स्ट्रेन वायरस हो सकता है।

विशेषज्ञों के हवाले से उस वक्त यह कहा जा रहा था कि देश में कोरोनावायरस के तीन स्ट्रेन पता चले हैं। इनमें दो सबसे घातक स्ट्रेन हैं, एल-स्ट्रेन और एस-स्ट्रेन। वुहान से आया वायरस एल-स्ट्रेन है। यही ज्यादा घातक है। इससे संक्रमित होने वाले मरीज की मौत जल्दी हो जाती है। एस-स्ट्रेन का वायरस एल-स्ट्रेन के म्युटेशन से ही बना है। यह कम घातक है। केरल में अधिकांश मरीज दुबई से आए थे। वहां एस-स्ट्रेन है। संभवत: इसीलिए केरल में कम जानें गईं।

लेकिन जब उस वक्त आईसीएमआर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि वायरस में कोई म्यूटेशन हो रहा है। तब यह भी कहा जा रहा था कि यदि बार बार वायरस में म्यूटेशन हो यानी वायरस के जेनेटिक स्ट्रक्चर में बदलाव होता रहे तो टीका काम नहीं करेगा।

अब कमाल यह हुआ है कि नए नए स्ट्रेन तो मिल रहे है लेकिन सारे टीके अब काम बराबर करेंगे चाहे वह एमआरएनए तकनीक से बनाए गए हो चाहे एडिनो वायरस से चाहे मृत वायरस की पुरानी टेक्नीक से?

सच तो यह है कि शुरू से ही यह वायरस म्यूटेंट हो रहा है। अप्रैल 2020 में ही चीन के होनजोऊ स्थित झेजियांग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लांजुआन और उनकी टीम ने पता लगाया इस वायरस के 30 अलग म्यूटेशन पाए जिसमें से अब तक 19 के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। प्रोफेसर ली ने अपने शोधपत्र में कहा था बकि सार्स कोव-2 ने खुद में ऐसे म्यूटेशन किए हैं जिससे वह अपनी घातकता बदल पा रहा है।

साफ है कि वायरस में म्यूटेशन होना कोई नही बात नहीं है लेकिन आपको इस वक्त इसलिए डराया जा रहा है ताकि आप अपनी नोकरी से, अपने व्यापार से, अपनी रोजी-रोटी से जो हाथ धो रहे हैं उसका आपको अफसोस न हो तो मितरो रोज रोज डरिये ओर मोदीजी की जय-जयकार कीजिए उन्होंने आपकी जान बचा ली अगर मोदीजी नही होते तो आप अब तक मर जाते!....

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news