बेमेतरा

युवक को मारा, सबूत मिटाने शव को जलाया, दो बंदी
06-Mar-2022 1:20 PM
युवक को मारा, सबूत मिटाने शव को जलाया, दो बंदी

पक्षी विहार के पास मिली थी लाश, शराब तस्कर निकले कातिल
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बेमेतरा, 6 मार्च।
नांदघाट पुलिस ने 28 फरवरी को गिधवा पक्षी बिहार के पास मिली जली हुई लाश की गुत्थी सुलझा ली है। इस हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार जली हुई लाश की पहचान खरसोला थाना सरगांव निवासी रंजीत कुमार बर्मन (17) से हुई। इस मामले में रंजीत के पिता सुखनंद प्रसाद ने नांदघाट थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।

पुलिस के अनुसार मोबाइल फोन से ग्राम पंचायत गिधवा के सरपंच केशव साहू द्वारा सूचना दी गई कि गांव के पक्षी विहार बांध के सामने संतोष यादव के खेत के मेढ़ नहर नाली के पुलिया के पास बुंदेली रोड किनारे एक अज्ञात पुरूष की जली हुई लाश पड़ी हुई है, कि सूचना पर रवाना होकर ग्राम गिधवा पक्षी विहार बांध के सामने पहुंचा, जहां बुंदेली जाने के रोड किनारे संतोष यादव के खेत के मेढ़ नहर पार पुलिया के पास मे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पैरावट में पूरी तरह जला हुआ पड़ा था, मौके पर शव के आस पास पैरे की राख फैली हुई थी कि सूचनाकर्ता भरत सिंह चौहान ग्राम कोटवार गिधवा द्वारा मौके पर देहाती मर्ग इंटीमेशन दर्ज कराया घटना स्थल निरीक्षण के दौरान घटना स्थल के पास पुलिया के नीचे एक चप्पल एवं घटना स्थल के पास मृतक के जले हुये कपड़े का तुकड़ा मिला।

पुलिस के अनुसार  ग्राम खरसोला का रंजीत कुमार बर्मन नामक एक युवक 26 फरवरी से अपने घर से लापता है।  उसके पिता सुखनंदन प्रसाद बर्मन को अज्ञात शव जली हुई अवस्था मे मिलने के बारे में जानकारी देकर मौके में पहचान करने उपस्थित होने कहा गया जो कुछ समय बाद अपने परिजनो के साथ मौके पर उपस्थित आये तथा शव को देखकर एवं घटना स्थल के पास मिले चप्पल एवं मृतक के लोवर का अध जला तुकड़ा एवं शव के दाहिने हाथ में पहने स्टील के कड़े को देखकर  मृतक को अपना छोटा लड़का रंजीत कुमार का होना पहचान किया।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक बेमेतरा धर्मेन्द्र सिंह, अति. पुलिस अधीक्षक  पंकज पटेल, डीएसपी  रामकुमार बर्मन एवं थाना प्रभारी नांदघाट निरीक्षक विपिन रंगारी द्वारा तत्काल मौके का मुआयना किया गया। मुआयना करने पर मृतक की रस्सी से गला दबाकर पैरावट में आग से जलाकर हत्या करना अनेकानेक संदेहों को जन्म दे रहा था तथा यह भी प्रतीत हुआ कि घटना किसी जानकार व्यक्ति द्वारा ही किया गया है।

पुलिस के लगातार प्रयास से प्रकरण में विवेचना के दौरान परीस्थितिजन्य साक्ष्य के अधार पर प्रार्थी एवं मृतक के परिजन गवाहो का कथन पर पता चला की इसका लड़का मृतक रंजीत वर्मन पड़ोस के गांव बावली के गोविंद कौशिक की लड़की के साथ दोनो एक दूसरे से मोबाईल फोन मे बात करते थे, एक माह पूर्व इसके लड़का रंजीत बर्मन अपने परिजनो को बताया था कि लड़की के पिता गोविंद कौशिक द्वारा तुम सतनामी हो छोटी जाति के हो तुम मेरी लड़की का पीछा छोड़ दे नहीं तो तुम्हे खत्म कर दूंगा कहकर धमकी देना बताया था । गोविंद कौशिक एक आदतन अपराध किस्म का व्यक्ति है, मुझे संदेह है कि गोविंद कौशिक द्वारा रंजीश वश मेरे लड़का रंजीत कुमार बर्मन का हत्या किया होगा। संदेह व्यक्त करने पर गोविंद कौशिक का पता तलाश किया जा रहा था। 4 मार्च को सुत्रो से सूचना मिला कि गोविंद कौशिक अपने सकुनत पर है जिसे पूछताछ करने के लिए ग्राम बावली गया गोविंद कौशिक से पूछताछ किए जाने पर अपना जुर्म करना स्वीकार किया।

इसकी लड़की रजीत बर्मन से फोन से बाते करती थी जिसे वह सुन लिया था तब करीब एक माह पूर्व रंजीत बर्मन को समझाया था कि तु सतनामी है छोटी जात का है मेरी लड़की का पीछा छोड़ दे नहीं तो तुझे खतम कर दुगा।
26 फरवरी को वह अपने इनोवा कार क्रमांक सीजी 04 एचए 9200 में भागवत कार्यक्रम में शामिल होने अपने पत्नि एवं भाभी तथा माता को साथ लेकर ग्राम पिपरलोड़ गया, जहां अपने पत्नि, भाभी माता जी को छोड़ कर कुछ देर रुकने के बाद करीबन 12 से 12.30 बजे वह अपने उक्त वाहन से वापस अपने घर ग्राम बावली अपने घर के पास पहुंचा घर पहुंचने से पहले कुछ दूरी से वह देखा रंजित बर्मन अपने मोटर सायकल हीरो एचएफ डिलक्स क्रमांक सीजी 22 एसी 4851 को रोड किनारे खड़ा कर इसके घर के बाड़ी में लगे जाली तार को फाद कर अंदर गया, तब वह अपने उक्त कार को रोड़ पर ही खड़ा कर उसे पकडऩे के लिए अपने बाड़ी में गया तो वह लड़का मुझसे छिपते हुए बाड़ी में रखे पैरा के पास जाकर छुप रहा था। जिसे वह पिछे से जाकर पकड़ लिया, जिसे वह बोला तुम्हे समझाया था कि तुम मेरी लड़की का पीछा छोड़ दो फिर भी तु नहीं सुधरा आज तेरे को जान से खतम कर दुगा कह कर रजीत को अपने हाथ मुक्का से मारपीट किया और पैरावट के कुछ दूर पर पड़ी नारियल की रस्सी से रंजीत के दोनों हाथ को पीछे से बांध दिया उसके बाद रजित को खिचते हुए पैरावट के बगल में बने शौचालय के अंदर ले गया और रंजीत को जमीन में छाती के बल लेटा कर उसके पीठ के उपर चड़ गया और नरियल रस्सी को रजीत के छिपाने के नियत से वहा से ले जाकर घुटेली बांध के पास मेला स्थल जाने के रोड में ढलान के पास रोड किनारे मोटर सायकल को खड़ा किया और मोटर सायकल कि चाबी को पास ही के डबरी में फेंक दिया, उसके बाद में अपने चचेरे भाई को फोन कर घुटेली बाध के पास मोटर सायकल लेकर बुलाया उसके कुछ देर बाद इसका भाई देवप्रसाद कौशिक वहां आ गया, जहां वह उसे घटना के संबंध में बताया तथा रजीत बर्मन के मोटर सायकल को वहीं छोड़ कर दोनो भाई मोटर सायकल से वापस घर आ गये, उसके बाद हम दोनों रंजीत बर्मन के लाश को अंधेरा होने पर ठिकाना लगाने के लिए योजना बनाये उसके बाद देवप्रसाद कौशिक अपने घर चले गये।  

फिर शाम करीबन 6.30 बजे फोन से बात कर देवप्रसाद कौशिक को अपने घर बुलाया उसके बाद दोनो भाई योजना बना कर रात्रि करीबन 11-12 बजे अपनी इनोवा कार क्रमांक सीजी 04 एचए 9200 में रंजीत बर्मन के लाश को रख कर अपने भाई देवप्रसाद कौशिक के साथ पिपरलोड़ पुटपुरा होते हुए गिधवा बाध के पास आना और उसकी लाश को गाड़ी से उतार कर रोड़ के किनारे रखे धान पैरावट में रख दिया रंजीत की लाश को कोई पहचान न पाये उसकी पहचान नष्ट करने के उद्देश्य से इनोवा कार की डीजल टंकी से प्लास्टीक कि पाईप डाल कर पाँच लीटर के प्लास्टीक के डब्बे में डीजल निकाला और रजित की लाश पर डीजल को छिड़क कर अपने लाईटर से आग लगा दिया।

रंजीत के गले में एक मेटल बजारू चैन थी चैन से रंजीत की पहचान होने का खतरा था। इसलिए उसकी चैन को शव के जलाने से पहले निकाल कर इनोवा कार के पीछे की डिक्की में छुपा कर रखा दिया, उसके बाद रंजीत बर्मन के चप्पल को शव के पास पुलिया के नीचे फेक दिया। उसके बाद वह दोनो भाई इनोवा कार से अपने घर के लिए निकले रास्ते में बुदेली खार के तलाब के पचरी में रजीत बर्मन के पर्स और मोबाईल को रख कर उसके ऊपर डीजल छिड़क कर आग लगा कर नष्ट कर दिये तथा वहीं देवप्रसाद कौशिक डीजल का खाली डिब्बा और पाईप को तलाब के पास झाड़ीयो में लेजाकर फेक दिया है, उसके बाद वह दोनों अपने गांव घर बावली गये।
 

आरोपी गोविंद कौशिक के निशादेही पर ग्राम बुंदेली के तालाब के पचरी में मृतक के मोबाईल फोन एवं पर्स के जले अवशेष को एवं आरोपी के घर आंगन से घटना में प्रयुक्त एक इनोवा कार क्रमांक सीजी 04 एच ए 9200 को तथा शव व पर्स, मोबाईल को जलाने के लिये उपयोग में लाये गये लाईटर को आरोपी गोविंद के पेश करने पर गवाहों के समक्ष जप्त किया किया। तथा आरोपी देवप्रसाद कौशिक को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार किया घटना में उपयोग किये गये डिजल डिब्बा एवं डिजल निकालने का पाईप को बुंदेली खार से देवप्रसाद कौशिक के पेश करने पर मुताबिक जप्ती पत्रक के वजह सबूत में जप्त किया गया। प्रकरण में एक से अधिक आरोपी होने से प्रकरण में धारा 34 भादवि जोड़ी गई है ।
आरोपीगणों के विरुद्ध धारा सदर का अपराध घटित करना सबूत पाये जाने से आरोपी गोविंद कौशिक पिता रामकुमार कौशिक (45) , देव प्रसाद कौशिक ऊर्फ देवी पिता नरेन्द्र कौशिक (39) साकिन बावली थाना सरगांव जिला मुंगेली को विधिवत गिरफ्तार कर  न्यायालय पेश किया गया। जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।

 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news