बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 मार्च। महिला स्व सहायता समूहों के जरिये गाँवो की महिलाएं दैनिक जरूरत की 80 प्रतिशत वस्तुओं का निर्माण कर रही है, जिसमें एलईडी लाइट से लेकर खाने के तेल, दोना पत्तल, साबुन, अगरबत्ती, कतरी, आटा, हाथ से कुटे चावल से लेकर शैम्पू और टेलकम पाउडर तक शामिल है।
मोहतरा नवागांव में जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने समूह के महिलाओं से मुलाकात कर उनके उत्पादों का निरीक्षण किया। प्रज्ञा निर्वाणी ने कहा है कि गांव की महिलाओं के बनाये समान न केवल शुद्ध और मिलावट रहित हैं, बल्कि सस्ता होने के साथ साथ सेहतमंद भी हैं, बाजार से 100 ग्राम मसाला के कीमत पर दिशा स्व सहायता समूह की महिलाएं 200 ग्राम मसाला दे रही है, इनके पिसी मिर्च, धनिया पाउडर, गरम मसाला, किसी भी बड़े ब्रांड को टक्कर दे सकते हैं और किफायती भी हैं, समूह की सदस्य मेलन साहू ने बताया की भूपेश बघेल सरकार की योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत की महिलाओं के साथ अभी ये तैयार कर रही हैं, अभी अपने और गांव के महिलाओ के बीच ही खपत है, अगर खरीद दार मिले तो उनके आर्डर के हिसाब से तैयार कर देंगी।
प्रज्ञा दीदी ने स्कूल के मध्यान भोजन वाले से बात कर खरीदने को कहा है बेमेतरा में बनने वाले सी मार्ट में भी समान बिक जाएगा ऐसी जानकारी भी दी हैं ,अगर ऐसा हो जाएगा तो हमे दिल्ली,लखनऊ ,पुणे गांव छोडक़र मजदूरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा, निरीक्षण के उपरांत जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने न केवल उनके उत्पाद खरीदे बल्कि आजीविका मिशन बिहान में गुणवत्ता प्रशिक्षण कराने भी आश्वस्त किया। इस दौरान रेणु साहू,मेलन साहू,रंजीता कोशले, कुन्ती रात्रे,अंबे बंजारे,अमरीका रात्रे,कुमारी चतुर्वेदी,नीतू कोसले,तुलसा कोसले, संतोषी, यशोदा, चम्पा रात्रे, मालती साहू, पूनम,उर्मिला साहू, पुष्पा, प्रमिला, मोंगरा, शांति, लील कुमारी, प्रतिमा, मंजू वर्मा ने दोना पत्तल निर्माण की जानकारी दी।