महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 17 अगस्त। वन परिक्षेत्र अर्जुनी में वन विभाग ने शिकार के लिए करंट प्रवाहित करने वाले एक गिरोह को रंगे हाथ पकड़ा। घटना में चार शिकारियों को जीआई तार एवं खाली बोतल के साथ गिरफ्तार किया है।
ज्ञात हो कि ‘छत्तीसगढ़’ ने वनों में लगातार वन्य प्राणियों के शिकार होने की खबरों का प्रकाशन किया था।
कसडोल उप वन मंडल के अंतर्गत अर्जुनी वन परिक्षेत्र में शिकार के लिए करंट प्रवाहित कर रहे 4 ग्रामीण शिकारियों को वन विभाग की टीम ने धर दबोचा। शिकारियों के कब्जे से लोहे की तार, कांच की शीशी के साथ गिरफ्तार किया गया। चारों आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई कर कसडोल न्यायालय में पेश किया गया, जहां से चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
घटना के संबंध में बताया गया कि उक्त वन परिक्षेत्र अंतर्गत बिलाड़ी परिसर के कक्ष क्रमांक 328 में वन्य प्राणियों के शिकार हेतु उनके घूमने के मार्ग में विद्युत तार करंट फैला रहे थे। जिसकी सूचना मिलते ही वन मण्डलाधिकारी बलौदाबाजार मयंक अग्रवाल के निर्देश पर वन अमले ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए जंगल में तार का फंदा लगा रहे आरोपियों में नलकुमार निषाद, राजकुमार गोड़ , अनुज यादव, प्रेमलाल गोड़ सभी निवासी बिलाड़ी को रंगे हाथ पकड़ा गया।
आरोपियों से मौके पर लोहे (जीआई) तार 2.6 किग्रा, कांच की शीशी 49 नग,लकड़ी की खुंटी 10 नग जब्त किया गया था जिनका वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 तथा वन्यजीव (संरक्षण ) संशोधन अधिनियम 2002 के तहत धारा 2, 9, 50, 51, 52 वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध कर बुधवार को प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कसडोल में पेश किया गया, जहां से सभी चारों आरोपियों को जिला जेल बलौदाबाजार दाखिल किया गया।