कोरिया
जिला अस्पताल की जांच, सीएमएचओ कार्यालय की क्यों नहीं ?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 11 दिसंबर। कोरिया जिले के जिला अस्पताल बैकुंठपुर के जीवनदीप समिति की जांच के लिए कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर जांच श््राुरू करवा दी है। वहीं कांग्रेस के शासन काल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में वर्ष 2022-23 और 2023-24 में हुई गड़बड़ी पर अब तक किसी भी प्रकार की जांच नही की जा रही है। जिला अस्पताल की जांच के पीछे अस्पताल अधीक्षक के प्रभार का मामला है।
दरअसल, जिला अस्पताल बैकुंठपुर में अस्पताल अधीक्षक के पद पर डॉ. एके करण पदस्थ है, उन्हें हार्ट की सर्जरी के लिए बाहर जाना पड़ा और राज्य सरकार ने आदेश जारी कर उनके वापस लौटने तक जिला अस्पताल का प्रभारी सीएमएचओ डॉ. आरएस सेंगर को सौंपा गया, परन्तु जब वे लौट कर आए, उन्हें उनका प्रभार वापस नहीं दिया गया, 8 दिन बीतने के बाद भी जब प्रभार नहीं मिला, तब वे कलेक्टर से मिले और प्रभार की मांग की, तो कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर से बात करने की बात कही और कहा कि आप आराम कीजिए।
इधर, नव निर्वाचित जनप्रतिनिधि को इसकी जानकारी दी गई और उन्होंने डायरेक्टर से बात की और डायरेक्टर ने सीएमएचओ को तत्काल प्रभार देने के निर्देश दिए, बस फिर क्या था, तत्काल रातोंरात सीएमएचओ ने जांच टीम बनाकर कलेक्टर से जांच के आदेश करवा लिए।
उन्होंने डिप्टी कलेक्टर विनय कश्यप के नेतृत्व में टीम को जांच के लिए आदेशित किया है, और जीवनदीप समिति के खाते का सीज कर दिया है। जांच में इतनी फूर्ति की आज सुबह की जांच समिति की जिला अस्पताल में पहुंच कर जांच करने को कहा है।
सीएमएचओ से प्रभार वापस लेने के बाद
तत्काल जांच पर उठे सवाल
ऐसा नहीं है कि जिला अस्पताल में खामियां नहीं है, यहां पूर्व में जीवन दीप समिति में कई गड़बडिय़ां सामने आ चुकी है, बीते डेढ़ वर्षों में जिला प्रषासन ने किसी भी तरह की जांच नहीं करवाई। सीएमएचओ से प्रभार वापस लेने के बाद तत्काल जांच पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
वहीं कांग्रेस काल में सीएमएचओ कार्यालय में बीते वर्ष 2022-23 और चालू वर्ष 23-24 में हुई ,खरीदी पर कई शिकायत जिला प्रशासन को की जा चुकी है, परन्तु आज तक उन शिकायतों किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिकायतें फाइलों में धूल खा रही है।
जिला अस्पताल में खरीदी की भी हो जांच
जिला अस्पताल में सिर्फ जीवन दीप समिति के ही खाते की जांच के आदेश हुए है, जो राशि एनएचएम के तहत जिला अस्पताल के लिए आती है, उसकी सीधी खरीदी सीएमएचओ कार्यालय द्वारा किया जाता है, ऐसे में सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जिलाा अस्पताल में दिए गए उपरकण, सामग्रियों की भी जांच होना बेहद जरूरी है, ताकि हर जांच के भ्रष्टाचार की जांच में सच सामने आ सके।