धमतरी
![गंगरेल में प्रति सेकं ड 8 हजार क्यूसेक पानी आ रहा गंगरेल में प्रति सेकं ड 8 हजार क्यूसेक पानी आ रहा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17216389051.jpeg)
2 दिन में आया 3 टीएमसी पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 22 जुलाई। आषाढ़ की विदाई और सावन की शुरूआत झमाझम बारिश के साथ हुई है। बंगाल की खाड़ी में तगड़ा सिस्टम बनने के कारण बीते 3 दिन से धमतरी समेत पड़ोसी जिलों में झमाझम बारिश हो रही है।
19 जुलाई की देर-शाम शुरू हुई बारिश रुक-रुककर तीसरे दिन आज भी होती रही। कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश से गंगरेल समेत चारों बांधों में पानी की आवक बढ़ गई है।
प्रदेश के दूसरे बड़े गंगरेल में आज सुबह से 8 हजार क्यूसेक प्रति सेकं ड पानी की आवक है। बांध का जलस्तर हर घंटे करीब 4 सेंटीमीटर बढ़ रहा था। बीते 48 घंटे में ही गंगरेल बांध में 3 टीएमसी पानी आया, जिसे मिलाकर अब बांध का पानी बढक़र 9.301 टीएमसी हो गया है।
जिले के सभी 7 तहसीलों में 2 दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है। इससे नगरी वनांचल के नदी नाले उफान पर है। नगरी को बोराई से जोडऩे वाले आठदरहा नाला में बाढ़ आ गई है, वहीं सोंढूर और बालका नदी भी उफान पर है।
24 घंटे में 47.8 मिमी हुई बारिश
जिले में खूब बारिश हो रही है। बीते 24 घंटे में जिले में रिकॉर्ड 47.8 इंच बारिश हुई है। सबसे अधिक बेलरगांव तहसील में 80.8 मिमी पानी बरसा है। धमतरी में 63.0 मिमी, कुरूद में 27.4 मिमी, मगरलोड में 44.5 मिमी, नगरी में 29.1 मिमी, भखारा में 36.7 मिमी, कुकरेल में 53.0 मिमी और कुकरेल में 53.0 मिमी बारिश हुई है। अब तक 445.2 मिमी बारिश हो चुकी है।
इधर, बारिश से खेत लबालब हो गए हैं। खेती-किसानी का काम भी जोरों पर है। सूखे की चिंता दूर हो गई। मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र अंदरूनी ओडिशा और उससे लगे छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: बिलासपुर और दुर्ग संभाग के पूर्वी मध्य प्रदेश तथा विदर्भ से लगे क्षेत्र संभावित है।