धमतरी
![किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों को वापस लेने अपर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों को वापस लेने अपर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1616065604_1.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 18 मार्च। राष्ट्रीय किसान मोर्चा के तत्वावधान में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में राष्ट्रीय किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देश में किसान विरोधी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में धमतरी जिला के किसान मोर्चा के द्वारा किसान विरोधी दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के नाम अपर कलेक्टर धमतरी को तीनों कृषि कानून को वापस एवं समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून देने सहित पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जिला किसान मोर्चा के पदाधिकारियों का कहना है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां किसान धरती का सीना चीर कर लोगों का पेट भरता है। ऐसे देश में केंद्र सरकार के द्वारा किसानों को बर्बाद करने के लिए 3 नए किसी कानून लाकर किसानों को कंपनी के गुलाम बनाने का षड्यंत्र किया जा रहा है, जिसके विरोध में संविधान दिवस से पूरे भारत भर के किसान लगातार इन तीनों दमनकारी कृषि कानून को वापस लेने एवं समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलनरत है। इस आंदोलन में अब तक लगभग 300 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। उसके बाद भी सरकार पूंजीपतियों के इशारे में किसान आंदोलन को बदनाम करने का काम कर रही है, इसलिए किसान संगठनों के द्वारा आज किसान विरोधी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
राष्ट्रीय किसान मोर्चा जिला इकाई धमतरी राष्ट्रपति से मांग करती है कि तीनों काले कानून को वापस लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाले कानून देते हुए पांचों मांगों को तत्काल पूरा करें। क्योंकि देश देश के जनता से बनता है। चंद पूंजीपतियों से नहीं।
इस अवसर पर शत्रुघन सिंह साहू, टिकेश्वर साहू, प्रेम लाल साहू, राम विशाल साहू, द्वारका तारक, युगल किशोर साहू, यदुनंदन साहू, अशफाक हाशमी, सत्यम पुरी गोस्वामी, रसूल खान, राजा राम, राम निहोरा निषाद समेत बड़ी संख्या में किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल उपस्थित थे।