दन्तेवाड़ा
ऑपरेटर और हेल्पर ने कूदकर बचाई जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
किरंदुल, 8 मई। आज बैलाडीला में एनएमडीसी की लौह अयस्क खदान क्रमांक 14 में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कर्मचारियों और अधिकारियों ने आसमान पर काला धुंआ देखा। पहले तो नक्सलियों द्वारा आग लगाने की खबर मिली, फिर पता चला कि खदान के नीचे की ओर पत्थरों में खुदाई कर होल बना रही ड्रिल मशीन में तकनीकी खराबी के चलते आग लग गई है। ड्रिल मशीन में बैठे ऑपरेटर और हेल्पर ने कूदकर जान बचाई और आग को बुझाने की भरपूर कोशिश की।
बताया जा रहा है कि मशीन को कल ही रिपेयर किया गया था और उसकी टंकी से हल्का-हल्का डीजल निकल रहा था। डीजल टैंक से निकल रहे डीजल के पास शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगने का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि जांच के बाद ही खुलासा होगा कि आग किस कारण से लगी।
आग की खबर पूरे खदान क्षेत्र में फैल गई और सीआईएसफ के जवान दमकल वाहन को लेकर आग बुझाने पर जुट गए और आग पर काबू पाया गया। हालांकि दमकल वाहन के पहुंचते-पहुंचते तेज हवा के चलते आग पूरी तरह फैल चुकी थी और मशीन राख में तब्दील हो गई। सबसे बड़ी बात यह थी कि कोई जन हानि नहीं हुई।
बताया जा रहा है कि ड्रिल मशीन की कीमत डेढ़ से दो करोड़ है। परियोजना प्रबंधन द्वारा जांच कमेटी बना दी गई है जो तकनीकी खराबी की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी। कुछ लोग आग लगने के कारण को बढ़ती गर्मी के साथ जोड़ कर देख रहे हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही संयुक्त खदान मजदूर संघ किरंदुल के अध्यक्ष के. साजी अपनी पूरी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि हमारे कर्मचारी सुरक्षित हैं और आग पर काबू पा लिया गया।