मोहला मानपुर चौकी
गुहार लगाने के बावजूद नहीं ली सुध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 10 दिसंबर। भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात के दौरान गुहार लगाने के बाद भी चिखली से सोनसायटोला व तोयागोंदी से चिखली के मध्य सडक़ नहीं बन पाई है। ग्रामीण वर्षों से सडक़ निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग अब तक पूरी नहीं हो पाई है।
ब्लॉक मुख्यालय अंबागढ़ चौकी से महज मात्र पांच किमी की दूरी पर स्थित ग्राम सोनसायटोला को चिखली से जोडऩे वाली दो किमी, चिखली सोनसायटोला सडक़ का अब तक कायाकल्प नहीं हो पाया है। सोनसायटोला सरपंच नीतू कोल्यारे, उपसरपंच दशरथ मंडावी, रामदीन यादव, गुलाबदास साहू, लखन लाल कोल्यारे, लखन साहू, सुरेश यादव, कमल सिंह यादव, धुरसिह कोल्यारे, राजाराम नेताम, कलेश्वरी कोल्यारे, बुधनंतीनबाई नेताम, गंगाबाई नेताम, भूपेश्वरी साहू , आनंद साहू, शिव निषाद, धरम साहू, बिसाहूदास साहू, आशारानी यादव, मोहन भारद्वाज, सुरेश यादव, बलदेव कोल्यारे, नीलाबंर पाल, तोरण पाल, कीर्तन साहू, विजय यादव, अश्वनी यादव तथा चिखली के पवन ठाकुर, मधु साहू, केवल साहू, जमुना साहू, दयालदास साहू, सरपंच मोहन मलगामे ने बताया कि चिखली से सोनसायटोला के मध्य डब्लूबीएम सडक़ का निर्माण डेढ़ दशक पूर्व हुआ था। इसके बाद इस सडक़ का आज तक मरम्मत नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि वे वर्षों से इस सडक़ को प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ में जोडऩे की मांग कर रहे हैं और सडक़ का जीर्णोद्धार करने की मांग कर रहे है, लेकिन उनकी मांग अब तक अधूरी है।
आंदोलन की सुगबुगाहट
चिखली से सोनसायटोला एवं चिखली से तोयागोंदी के मध्य सडक़ निर्माण के लिए ग्रामीण नए वर्ष के पहले महीने सडक़ में उतर सकते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि नई सरकार के गठन के बाद पहले शासन व प्रशासन के पदाधिकारियों को एक बार फिर इस सडक़ के निर्माण के लिए ज्ञापन सौंपा जाएगा। यदि इसके बाद भी उनकी मांग नहीं सुनी गई तो वे पहले तहसील व एसडीएम कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि इसके बाद भी बात नहीं बनी तो वे फिर उग्र आंदोलन के लिए सडक़ पर उतरकर चक्काजाम जैसा आंदोलन करेंगे। तहसीलदार डीके साहू ने कहा कि सडक़ निर्माण के लिए ग्रामीणों ने आवेदन सौंपा था। प्रशासन के शीर्ष व वरिष्ठ अधिकारियों को को ग्रामीणों की मांग से अवगत कराया गया है।
पीएम व सीएम ग्रामीण सडक़ से जोडऩे की मांग
चिखली व सोनसायटोला के ग्रामीणों ने चिखली से सोनसायटोला के मध्य बनी दो किमी डब्लूबीएम सडक़ को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री ग्रामीण सडक़ से जोडऩे की मांग कर रहे हंै। सरपंच नीतू कोल्यारे ने बताया कि वे वर्षों से इस पीएम सडक़ एवं सीएम सडक़ योजना से जोडऩे की मांग कर रही है। दोनों ही योजनाओं में इस सडक़ को शामिल नहीं किए जाने से इस सडक़ का जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है। सरपंच ने कहा कि अब हमें नई सरकार से काफी उम्मीदे हंै, क्योंकि इस सडक़ के निर्माण के बाद इस पर कभी ध्यान ही नहीं दिया गया।