मोहला मानपुर चौकी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ चौकी, 30 दिसंबर। मां दंतेश्वरी मंदिर पहाड़ी परिसर में गुरुवार से श्रीमद शिवमहापुराण कथा प्रारंभ हो गया है। कथा के पहले दिन से ही शिवभक्तों एवं धर्मप्रेमियों की भीड़ शिवमहापुराण का श्रवण करने उमडऩे लगी है। कथावाचक पं. विनोद बिहारी गोस्वामी ने कथा के पहले दिन शिव महिमा का वर्णन करते भगवान शिव की कथा का महत्व समझाया।
नगर में सृजन निकेतन सेवाभावी संस्था एवं नगरवासियों द्वारा धार्मिक कथा का आयोजन किया गया है। श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा से हुआ। कलश यात्रा ट्रायबल कालोनी में भगवान शिव हनुमान मंदिर से निकाली गई। कलश यात्रा मुख्य मार्ग बस स्टैंड होते हुए कथा स्थल मां दंतेश्वरी मंदिर पहाड़ी परिसर में आकर समाप्त हुई।
कलश यात्रा में कथावाचक पं. विनोद बिहारी गोस्वामी, आयोजन समिति के प्रमुख अनिल मानिकपुरी, पार्षद मनीष बंसोड, शंकर निषाद, विनोद डेहरिया, मोंटी खंडेलवाल, शोभाशंकर त्रिपाठी, रामचरण सारथी सहित बड़ी संख्या में धर्मप्रमी माताएं एवं शिवभक्त नगरवासी शामिल हुए।
अहंकार मुक्त होने पर ही मिलती है शिवकृपा
श्रीमद शिवमहापुराण कथा के पहले दिन चैतन्य आश्रम एवं श्री कृष्ण चैतन्य भक्ति संस्थान के प्रमुख पं. विनोद बिहारी गोस्वामी ने भगवान शिव भक्ति की महिमा एवं शिव कथा का महत्व समझाया। कथा का श्रवण कराने से पूर्व श्रवण करने वाले श्रोताओं को बताया कि वे किस तरह की भगवान शिव की भक्ति एवं कृपा प्राप्त कर सकते हंै। उन्होंने बताया कि कथा सुनने से पहले वे आत्म अवलोकन, आत्मचिंतन कर अपने को शिव कथा का श्रवण करने योग्य बनाना जरूरी है, तभी भगवत भक्ति एवं शिवकृपा प्राप्त हो सकती है। कथा वाचक पं. गोस्वामी ने कहा कि मन-बुद्धि-चित्त से निर्मल व अहंकार मुक्त होने पर ही प्रभु की कृपा प्राप्त हो सकती हे।
उन्होंने धर्मप्रमियों व शिवभक्तों को काम, क्रोध, लोभ, अहंकार से दूर रहने की सीख दी। कथावाचक गोस्वामी ने कहा कि ईश्वर की भक्ति व कृपा प्राप्त करने पहले हमें उसके अनुकुल बनने की आवश्यकता है।